
लखनऊ के रहमान खेड़ा और मीठे नगर गांव में पिछले 60 दिनों से बाघ का खौफ फैला हुआ है. वन विभाग ने पिंजरा, मचान, सीसीटीवी और अम्बुष जैसे तमाम उपाय किए हैं, लेकिन अब तक बाघ को पकड़ने में सफलता नहीं मिली है. ग्रामीणों का कहना है कि घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है.
गांव के लोगों में दहशत का माहौल है और स्कूल-कॉलेज बंद हैं. इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर पढ़ रहा है. डर का आलम यह है कि किसान खेतों में काम करने से कतरा रहे हैं. महिलाएं शौचालय तक जाने से डर रही हैं. गांव वालों का कहना है कि बाघ के डर से उनका जीना मुश्किल हो गया है.
60 दिनों से बाघ के आतंक से परेशान ग्रामीण
उत्तर प्रदेश के वन मंत्री ने रविवार को रहमान खेड़ा के जंगलों का दौरा कर बाघ को पकड़ने के प्रयासों का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि वन विभाग पर्याप्त तकनीक का उपयोग कर रहा है और जरूरत पड़ी तो वर्ल्ड टाइगर रेस्क्यू टीम से मदद ली जाएगी. उम्मीद है जल्द ही बाघ को ट्रैंकुलाइज कर पकड़ लिया जाएगा.
वन विभाग ने जल्द से जल्द पकड़ने का भरोसा दिलाया
फॉरेस्ट अधिकारी अनुराधा जी ने बताया कि हाथियों से लेकर ड्रोन तक सभी संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही बाघ को पकड़ लिया जाएगा. गांववालों ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाया है. वो जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान चाहते हैं. उनका कहना है कि बाघ का आतंक उनके जीवन को प्रभावित कर रहा है.