
उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी में दुधवा टाइगर रिजर्व के बफर जोन के एक गांव में भटककर एक बाघिन ने दो ग्रामीणों पर हमला किया था . गुस्साए स्थानीय लोगों ने दो साल की इस बाघिन को बुधवार को कथित तौर पर मार डाला. फुलवरिया के ग्रामीणों ने बाघिन को मौके पर ही पीट-पीट कर मार डाला.
दुधवा बफर जोन के उपनिदेशक सौरीश सहाय ने कहा कि वन अधिकारियों ने पलिया तहसील के गांव से बाघिन के शव को बरामद किया है और रेंज मुख्यालय भेज दिया है. उन्होंने बताया कि वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम के प्रावधानों के तहत पलिया पुलिस स्टेशन में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है.
घायल गांवों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है. सहाय ने कहा कि जानवर का पोस्टमार्टम राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) के दिशानिर्देशों के अनुसार किया गया और विसरा को विस्तृत विश्लेषण के लिए आईसीएआर-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, बरेली भेजा गया है.
आदमखोर बाघों के किसी गांव में घुस जाने और लोगों पर हमला करने की कई खबरें आए दिन आती हैं जिसमें लोग इतना भड़क जाते हैं कि जानवर की जान लेने पर तुल जाते हैं. केरल के वायनाड जिले में सोमवार तड़के एक 'आदमखोर' बाघ मृत पाया गया तो लोग खुश हो गए. दरअसल, इस बाघ ने दो दिन पहले जंगल के किनारे स्थित एक कॉफी बागान में कॉफी बीन इकट्ठा करने गई एक महिला को मार डाला था. न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक महिला की मौत के बाद इलाके में बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसके बाद राज्य सरकार को बाघ को 'आदमखोर' घोषित कर इसे मारने का आदेश देना पड़ा था. घटना के बाद इलाके के लोगों ने मिठाई बांटी थी.