
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपने आराध्य श्रीराम के दर्शन करने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ आया है. आचार्य सत्येंद्र दास ने आजतक को बताया कि भक्तों को भीड़ को देखते हुए दर्शन का समय एक घंटा बढ़ाया गया है. अब सुबह साढ़े छह बजे से 12 बजे राजभोग और फिर आरती ये बाद दर्शन के लिए राम मंदिर के पट खुलेंगे. राजभोग के बाद दो घंटे के विश्राम समय को कम किया गया है. बताते चलें कि मंगलवार को आधिकारिक तौर पर राम मंदिर खुलने के पहले दिन रिकॉर्ड बन गया.
पांच लाख रामभक्तों ने मंदिर खुलने के पहले ही दिन रामलला दर्शन किए. इस दौरान भारी भीड़ की वजह से कुछ लोगों को हल्की चोटें लगने की भी खबर सामने आई. इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से ही लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए स्थिति का जायजा लिया. योगी सरकार की ओर से कहा गया कि अति विशिष्ट मेहमान अभी 10 दिनों तक अयोध्या न आएं. अगर आएं तो प्रशासन या श्रीराम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट को बता कर ही आएं.
पांंच किमी पहले से रोके जा रहे वाहन
इसके साथ ही अयोध्या प्रशासन भी हरकत में आ गया है. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए प्रशासन ने यहां आने वाले सभी वाहनों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. मंदिर की ओर जाने वाले सभी रास्तों को चार से पांच किलोमीटर पहले ही बंद कर दिया गया. सिर्फ पैदल यात्रियों को ही लाइन से जाने की अनुमति दी जा रही है.
वरिष्ठ अधिकारी संभाल रहे व्यवस्था
वहीं, एडीजी कानून-व्यवस्था ने बताया कि राम भक्तों को सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक दर्शन की अनुमति होगी. लॉ एंड ऑर्डर के डीजी प्रशांत कुमार अयोध्या में ही रुक कर खुद व्यवस्था की जिम्मेदारी देख रहे हैं. उनके साथ गृह सचिव संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मंदिर परिसर में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगे हुए हैं. बुधवार सुबह राम मंदिर में श्रद्धालुओं को बारी-बारी से रामलला के दर्शन करवाए जा रहे हैं. सुरक्षाकर्मियों की संख्या में भी इजाफा किया गया है. तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
भक्त सीधे नहीं चढ़ा सकेंगे प्रसाद
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी ने बताया कि भक्त सीधे प्रसाद नहीं चढ़ा सकेंगे. उन्हें कुछ भी चढ़ाने के लिए ट्रस्ट कार्यालय में जमा करना होगा. उन्होंने बताया कि भिन्न-भिन्न त्योहारों के अनुसार, भिन्न प्रकार के नैवेद्य होंगे और अन्नकूट का भोग भगवान को लगेगा.