
तिरुपति बालाजी मंदिर में अशुद्ध प्रसाद चढ़ाये जाने के प्रकरण के बीच प्रयागराज के प्रमुख मंदिरों में भी बाहर से मिष्ठान- लड्डू, पेड़े आदि के रूप में प्रसाद लाकर चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है. इसके बजाय उन्हें नारियल, फल और सूखे मेवे लाने का आग्रह किया है.
संगम नगरी के कई प्रमुख मंदिरों, जैसे अलोप शंकरी देवी, बड़े हनुमान और मनकामेश्वर मंदिर ने इन प्रतिबंधों की घोषणा की है. प्रयागराज के प्रसिद्ध ललिता देवी मंदिर के मुख्य पुजारी शिव मूरत मिश्रा ने कहा, "मंगलवार को हुई हमारी मंदिर प्रबंधन की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मंदिर में देवी को मिठाई का प्रसाद नहीं चढ़ाया जाएगा, लेकिन भक्तों से नारियल, फल, सूखे मेवे, इलायची आदि चढ़ाने का अनुरोध किया गया है.
यह भी पढ़ें: तिरुपति लड्डू विवाद से जुड़ी तीन याचिकाएं पहुंचीं सुप्रीम कोर्ट, 30 सितंबर को होगी सुनवाई
दिर परिसर में दुकान खोलने की योजना
उन्होंने बताया कि मंदिर परिसर में ही दुकानें खोलने की योजना है, जहां श्रद्धालुओं को शुद्ध मिठाइयां उपलब्ध कराई जाएंगी. अलोप शंकरी देवी मंदिर के मुख्य संरक्षक और श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव यमुना पुरी महाराज ने कहा, “52 शक्तिपीठों में से एक अलोप शंकरी देवी मंदिर में संपूर्ण भारत वर्ष से श्रद्धालु आते हैं. फिलहाल श्रद्धालुओं के बाहर से मिष्ठान प्रसाद लाने पर रोक लगाई गई है.”
जिलाधिकारी को लिखा पत्र
यमुना तट पर स्थित मनकामेश्वर मंदिर के महंत श्रीधरानंद ब्रह्मचारी जी महाराज ने पीटीआई को बताया, "तिरुपति विवाद के बाद हमने मनकामेश्वर मंदिर में बाहर से प्रसाद लाने पर रोक लगा दी है. मंदिर के बाहर की दुकानों में मिलने वाले लड्डू-पेड़े की जांच कराने के लिए हमने जिलाधिकारी को पत्र लिखा है. जब तक जांच में मिठाइयों की शुद्धता स्पष्ट नहीं हो जाती, तब तक मंदिर में इन्हें चढ़ाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. वैसे भी हम मिठाई से ज्यादा फलों पर विश्वास करते हैं."
यह भी पढ़ें: तिरुपति इफेक्ट: अयोध्या मंदिर के मुख्य पुजारी बाहरी प्रसाद पर बैन के पक्ष में, प्रयागराज-मथुरा में हुए बदलाव
संगम तट पर स्थित बड़े हनुमान मंदिर के संरक्षक और श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के प्रमुख महंत बलबीर गिरि जी महाराज ने कहा, "मंदिर के गलियारे का निर्माण पूरा होने के बाद मंदिर प्रबंधन स्वयं श्री बड़े हनुमान मंदिर के लिए 'लड्डू-पेड़ा' प्रसाद तैयार करेगा."