
राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की सरेआम हत्या के 10 दिन बीत चुके हैं. अब तक पुलिस ने एक शूटर और एक मददगार को एनकाउंटर में मार गिराया है. बाकी आरोपियों की तलाश में यूपी एसटीएफ, प्रयागराज पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही हैं, लेकिन अभी तक किसी का कोई सुराग नहीं मिला है.
तिहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी माफिया डॉन अतीक अहमद है, जिसका तीसरे नंबर का बेटा असद ही उमेश पाल पर फायरिंग करते हुए दिखाई दिया था. शुरुआत में पुलिस असद का नाम नहीं ले रही थी, लेकिन दो दिन पहले ही प्रयागराज पुलिस ने खुलकर कहा कि असद ने ही वारदात को अंजाम दिया. उस पर ढाई लाख रुपये का इनाम भी रखा गया.
कहां भाग गया है अतीक का बेटा असद?
हत्याकांड के 10 दिन बाद भी अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा असद फरार है. यूपी पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें जिस असद को खोज रही हैं, वह कहां है? इस सवाल का जवाब उमेश और दोनों सरकारी गनर के परिजनों के साथ ही यूपी की आम-अवाम भी जानना चाह रही हैं. अभी तक की जानकारी के मुताबिक, असद नेपाल भाग गया है.
एस्केप का था फुलप्रूफ प्लान
पुलिस को जानकारी मिली है कि अतीक अहमद के बेटे मोहम्मद असद ने बहराइच के रास्ते नेपाल में शरण ले ली है. प्रयागराज से फरार होने के बाद शूटर पहले से ही तय किए अपने अड्डे में जाकर बैठ गए हैं और किसी के भी संपर्क में नहीं हैं. पुलिस को शक है कि घटना को अंजाम देने के साथ-साथ एस्केप प्लान भी फुलप्रूफ बनाया था.
बहराइच के रास्ते नेपाल जा घुसी एक टीम
पहले से ही तय था कि कौन, किस गाड़ी से कब और कहां जाएगा, कहां छिपेगा, कब तक छिपा रहेगा. अब तक की जांच के बाद आशंका है कि शूटर की एक टीम राजधानी लखनऊ से बहराइच के रास्ते नेपाल में जा घुसी है. घटना के बाद आरोपियों के फरार होने में 2 फॉर्च्यूनर, एक क्रेटा और एक जेस्ट कार का इस्तेमाल हुआ था.
अभी यूपी में ही छिपे हो सकते हैं ये शूटर
इन 4 गाड़ियों से अपराध को अंजाम देने के बाद बदमाश अलग-अलग दिशाओं में फरार हुए हैं. सभी गाड़ियों पर अलग-अलग फर्जी नंबर प्लेट लगी हुई थीं. एक फॉर्च्यूनर पर तो लोडिंग गाड़ी की नंबर प्लेट को लगाकर शूटर फरार हुए हैं. हालांकि पुलिस को खबर है कि बाकी शूटर मोहम्मद गुलाम, साबिर और गुड्डू मुस्लिम अभी यूपी में ही छिपे हो सकते हैं.
मुख्तार अंसारी का नेक्सस कर रहा है मदद
उमेश पाल हत्याकांड के शूटर के मददगारों में मुख्तार अंसारी गैंग के भी सदस्यों का नाम सामने आ रहा है. पुलिस को आशंका है कि शूटरों को छिपने और भागने में माफिया डॉन अतीक अहमद के साथ-साथ मुख्तार अंसारी का नेटवर्क भी मदद कर रहा है. मुख्तार अंसारी के नेक्सस से जुड़े कई संदिग्ध नंबर लखनऊ और बहराइच में एक्टिव मिले हैं.
पुलिस को किन शूटरों की है तलाश?
रविवार को ही पुलिस ने पांच शूटरों पर ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया है. इसमें अतीक अहमद का बेटा असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर शामिल हैं. यूपी एसटीएफ की अब तक की तफ्तीश यही कहती है कि हत्या की साजिश गुजरात की साबरमती जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद ने रची थी, जिसे एक प्लानिंग के तहत अंजाम दिया गया.
इसी प्लानिंग का हिस्सा रहे सदाकत खान को भी गिरफ्तार किया गया था, वो मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में रह रहा था. सदाकत उत्तर प्रदेश के गाजीपुर के बारा गहमर गांव का रहने वाला है.