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'BSP में नहीं बचा दलितों के लिए मिशन', उदित राज ने BSP नेताओं से की कांग्रेस में शामिल होने की अपील

कांग्रेस उदित राज ने बीएसपी नेताओं से कांग्रेस में शामिल होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि बीेएसपी में दलितों या ओबीसी के लिए कोई मिशन नहीं बचा है. उन्होंने ये बातें बीएसपी द्वारा आकाश आनंद को नेशनल को-ऑर्डिनेटर के पद से हटाए जाने के बाद के कुछ घंटे बाद की हैं. 

उदित राज. (फाइल फोटो) उदित राज. (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • लखनऊ,
  • 02 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 11:47 PM IST

उदित राज ने आकाश आनंद को हटाए जाने के बाद बीएसपी कार्यकर्ताओं से कांग्रेस में शामिल होने का आग्रह किया. उन्होंने मायावती पर निशाना साधते हुए कहा, उनके कामों से उनकी (मायावती) पार्टी का पतन हो रहा है. बीएसपी में दलितों या ओबीसी के लिए कोई मिशन नहीं बचा है.

दरअसल, बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने रविवार को अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया. आकाश आनंद की जगह उनके पिता और पार्टी महासचिव आनंद कुमार और राज्यसभा सांसद राम जी गौतम को बीएसपी का नेशनल को-ऑर्डिनेटर बनाया गया है. इस घटनाक्रम के कुछ घंटों पर कांग्रेस नेता उदित राज ने बीएसपी कार्यकर्ताओं से कांग्रेस में शामिल होने की अपील की.

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रविवार को एक बयान में उदित राज ने मायावती की आलोचना करते हुए दावा किया कि उनके कामों की वजह से उनकी पार्टी का पतन हो रहा है. उन्होंने कहा, 'मायावती अपनी पार्टी को खत्म कर रही हैं और बीएसपी में दलितों या ओबीसी के लिए कोई मिशन नहीं बचा है.'

इससे पहले उदित राज ने 17 फरवरी को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी बीएसपी सुप्रीमो में विवादित टिप्पणी की थी. उन्होंने मायावती को सामाजिक न्याय का दुश्मन बताया था और कहा कि ...आज हमारे कृष्ण ने मुझे कह दिया है जो अपना दुश्मन है, जो सामाजिक न्याय का दुश्मन है उसे सबसे पहले मार दो. मैने प्रेस रिलीज में लिख दिया है वो सिर्फ मायावती हैं, जिन्होंने सामाजिक आंदोलन का गला घोंटा. अब उनका गला घोंटने का समय आ गया है.'

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उन्होंने अपना रुख दोहराते हुए कहा, 'मैंने 17 फरवरी को कहा था कि मायावती बहुजन आंदोलन का गला घोंट रही हैं. तब मेरा मतलब था कि समाज को इसे पहचानना चाहिए और उनसे दूरी बना लेनी चाहिए.'

राज ने अपनी पिछली टिप्पणियों के बाद उन्हें मिली धमकियों पर भी विचार किया और कहा, 'मुझे उस बयान के लिए धमकाया गया था और मेरे सिर पर इनाम भी रखा गया था.'

उन्होंने आगे बीएसपी में स्पष्ट मिशन न होने की कमी के लिए आलोचना की और कहा, 'बीएसपी में संविधान की रक्षा या दलितों और ओबीसी पर अत्याचारों के खिलाफ या निजीकरण के खिलाफ कोई लड़ाई नहीं बची है.' 

अपनी टिप्पणी के अंत में कांग्रेस नेता ने बीएसपी कार्यकर्ताओं से पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, 'जो लोग मुझसे नाराज थे, उन्हें अब ये समझ लेना चाहिए कि मेरा इरादा उन्हें स्थिति से अवगत कराना था.'

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