
उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद के बहनोई डॉ. अखलाक अहमद की भूमिका संदिग्घ है. राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के 7 दिन बाद यानी 3 मार्च को कौशांबी के संदीपन घाट में अखलाक की कार मिली थी. 6 मार्च को पुलिस ने लावारिस हालत में अखलाक अहमद की लावारिस कार दाखिल किया था.
हत्याकांड के बाद कौशांबी से अखलाक अहमद की UP 15 BK 1515 नंबर की निसान कंपनी की कार मिली थी. बताया जा रहा है कि अखलाक अहमद अपनी कार से असद को ले जाने आया था, लेकिन पुलिस के डर से अखलाक अहमद कार को कौशांबी में छोड़कर वापस मेरठ चला गया था. अखलाक के मेरठ पहुंचने के दो दिन बाद शूटर पहुंचे थे.
अखलाक ने असद को लगाया था गले
उमेश पाल हत्याकांड के शूटर असद और गुड्डू मुस्लिम वारदात के दो दिन बाद अखलाक के घर पहुंचे थे. अखलाक ने दोनों को 50-50 हजार रुपये दिए थे. असद को पैसा देने के बाद अखलाक अहमद ने गले भी लगाया था. यूपी एसटीएफ ने वह सीसीटीवी भी हासिल किया, जिसमें असद को अखलाक अहमद गले लगा कर विदा कर रहा था.
दो पुलिसकर्मी किए गए सस्पेंड
अतीक अहमद की कार को पुलिस अफसरों को बिना सूचना दिए ही दाखिल कराने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई है. कौशांबी के एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने संदीपन घाट थाना प्रभारी राकेश राय और हर्रायपुर चौकी प्रभारी कृष्ण कुमार यादव को सस्पेंड कर दिया है. 6 मार्च को थाना संदीपन घाट थाना क्षेत्र के बसेढी गांव के पास लावारिस हालत में कार मिली थी.
अखलाक के घर आया था गुड्डू, सामने आया वीडियो
उमेश पाल की हत्या के बाद हत्यारे कई दिनों तक यूपी में घूमते रहे. बमबाज गुड्डू मुस्लिम मेरठ में कुछ दिनों तक छिपा हुआ था. 'आजतक' के पास बमबाज गुड्डू मुस्लिम का सीसीटीवी फुटेज है. अखलाक के घर गुड्डू मुस्लिम पैसे लेने आया था. गुड्डू बमबाज, अखलाक के घर दाखिल होता हुआ और रुपयों से भरा बैग ले जाता हुआ दिखाई दे रहा है.
गुड्डू मुस्लिम ने मेरठ से पैसे उठाए थे और दिल्ली में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद तक ये पैसे पहुंचाए गए थे. अतीक का बेटा असद दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में कई दिन तक छिपा हुआ था. बताया जा रहा है कि अखलाक की बेटी से असद की शादी भी होने वाली थी, लेकिन शादी से पहले ही असद ने उमेश पाल की सरेआम हत्या कर दी.
38 दिन पहले हुई थी उमेश पाल की हत्या
24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो सुरक्षा कर्मियों की बदमाशों ने गोली और बम मारकर हत्या कर दी थी. उमेश पाल, विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में गवाह थे. 24 फरवरी को उमेश गाड़ी से उतर रहे थे, उसी दौरान बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर हत्या कर दी थी. इस दौरान उमेश के साथ उनके दो सरकारी गनर की भी मौत हो गई थी.
अभी तक पांचों शूटर को नहीं पकड़ पाई पुलिस
38 दिन बीतने के बाद भी अभी तक पुलिस उमेश पाल के पांचों हत्यारे को पकड़ नहीं पाई है. इनाम की रकम बढ़ाई गई, लेकिन अभी तक शूटर नहीं मिले. अतीक अहमद के तीसरे नंबर के बेटे असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर की तलाश तेज है. यूपी पुलिस की दो दर्जन टीमें कई राज्यों में शूटरों की तलाश में भटक रही है.