
यूपी सरकार में स्वतंत्र राज्य मंत्री दिनेश सिंह प्रयागराज में हुई उमेश पाल की हत्या के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मी राघवेंद्र सिंह के रायबरेली के लालगंज स्थित घर पहुंचे. यहां उन्होंने परिवार को सरकार की ओर से 50 लाख की सहायता राशि दी. उनके साथ जिले के पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी भी थे. मंत्री ने जिला पंचायत के माध्यम से शहीद के घर तक जाने वाली सड़क को बनवाए जाने की बात भी कही है. साथ ही कहा कि शहीद की स्मृति में द्वार भी बनवाया जाएगा.
दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य का हर व्यक्ति जानता है कि मुख्यमंत्री जी बहुत ही संवेदनशील हैं. आज उन्होंने फोन करके कहा कि शहीद के परिजनों से जाकर मिलें और सरकार की तरफ से 50 लाख की राशि प्रदान करें. उन्होंने होली के बाद राघवेंद्र के परिजनों को मिलने के लिए बुलाया है.
मंत्री ने कहा, "मैं इन लोगों (राघवेंद्र के परिवार वालों) को लेकर जाऊंगा. लोगों की अपेक्षाएं थीं कि शहीद स्मारक बने. होली के बाद इस पर तुरंत काम शुरू हो जाएगा. शहीद के नाम से एक सड़क भी बनेगी. शहीद के सम्मान में हम लोग और क्या कर सकते हैं, इसके लिए हम और भी प्रयास करेंगे." उधर, विधायक अदिति सिंह ने भी शहीद राघवेंद्र सिंह के परिजनों से मुलाकात की. परिवार ने उनसे सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलवाने की गुजारिश की. इस पर अदिति ने उन्हें भरोसा दिलाया.
वहीं, हत्याकांड की जांच में जुटी पुलिस टीमों को आशंका है कि शूटआउट को अंजाम देने वाले शूटरों को छिपने और भागने में माफिया डॉन अतीक अहमद के साथ-साथ मुख्तार अंसारी का नेटवर्क भी मदद कर रहा है. मुख्तार अंसारी के नेक्सस से जुड़े कई संदिग्ध नंबर लखनऊ और बहराइच में यूपी एसटीएफ को संदिग्ध सक्रिय मिले हैं.
उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने वाली शूटरों की तलाश में यूपी एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस की टीमें हर तरफ छापेमारी कर रही हैं. बमबाज गुड्डू मुस्लिम के साथ-साथ मोहम्मद गुलाम और साबिर के जिन मददगारों के मोबाइल नंबर पुलिस टीमों को हासिल हुए हैं.
उनकी कॉल डिटेल खंगालने के बाद आशंका जताई जा रही है कि 24 फरवरी को हत्या करने के बाद शूटरों की मदद और अब उनके क्षेत्र में मुख्तार अंसारी के लोग कर रहे हैं. लखनऊ के 2 बड़े बिल्डरों और बहराइच में एक वकील का नंबर कॉल डिटेल को खंगालने के बाद सामने आए हैं.