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उमेश पाल हत्याकांड: अतीक अहमद के शूटर अब्दुल कवि पर बढ़ाया गया इनाम, 18 साल से है फरार

Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी माफिया अतीक अहमद के शूटर अब्दुल कवि पर आईजी प्रयागराज रेंज ने इनाम की राशि बढ़ा दी है. अब्दुल कवि पर 5 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. राजू पाल हत्याकांड में उसका नाम आया था और इसी के बाद से वो फरार है. वो कौशांबी के पश्चिम शरीरा का रहने वाला है.

प्रयागराज उमेश पाल हत्याकांड. प्रयागराज उमेश पाल हत्याकांड.
संतोष शर्मा
  • प्रयागराज,
  • 11 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 5:51 PM IST

यूपी के प्रयागराज में 24 फरवरी को हुई उमेश पाल की हत्या के मामले में आरोपी माफिया अतीक अहमद के शूटर अब्दुल कवि पर आईजी प्रयागराज रेंज ने इनाम की राशि बढ़ा दी है. अब उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया है, जो कि पहले 25 हजार था. अब्दुल कवि पर 5 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. राजू पाल हत्याकांड में उसका नाम आया था और इसी के बाद से वो फरार है. 18 साल से फरार अतीक अहमद के शूटर की यूपी पुलिस के साथ ही सीबीआई भी तलाश कर रही है.

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शूटर अब्दुल कवि के घर से मिले थे हथियार

अब्दुल कवि पर हत्या के दो, हत्या के प्रयास का एक और विस्फोटक अधिनियम के तहत दो केस दर्ज हैं. वो कौशांबी के पश्चिम शरीरा का रहने वाला है. उमेश पाल हत्याकांड के बाद 3 मार्च को अब्दुल कवि के मकान पर बुलडोजर भी चला था. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान अब्दुल कवि के घर से हथियार मिले थे. इसके बाद उसके परिवार के 11 लोगों के खिलाफ सराय अकिल थाने में एफआईआर दर्ज हुई.

असद की गैरमौजूदगी दिखाने का प्लान पहले से तैयार था

उमेश पाल की हत्या के 15 दिन बीत जाने के बाद खुलासा हुआ है कि वारदात को अंजाम देने के बाद शूटआउट में असद की गैरमौजूदगी दिखाने का भी प्लान पहले से तैयार था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, वारदात के वक्त असद के मोबाइल का लोकेशन लखनऊ था. घटना के वक्त लखनऊ में असद के एटीएम से पैसे निकाले गए थे. आशंका है कि असद ने जानबूझकर अपना मोबाइल फोन लखनऊ स्थित फ्लैट में छोड़ दिया था.

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यूनिवर्सल अपार्टमेंट में है असद अहमद का फ्लैट

बता दें कि लखनऊ के महानगर इलाके के यूनिवर्सल अपार्टमेंट में असद अहमद का फ्लैट है. मोबाइल फोन की लोकेशन और एटीएम कार्ड के इस्तेमाल के जरिए यह जताने की प्लानिंग थी कि वारदात से असद का कोई लेना देना नहीं है. ऐसी साजिश रची गई थी जिसमें हत्या के बाद यह बताया जाता कि असद घटना के वक्त प्रयागराज में नहीं बल्कि लखनऊ में मौजूद था.

गुमराह करने के लिए रची गई थी साजिश

जांच टीमों को गुमराह करने के लिए इस तरह की साजिश रचने की आशंका जताई जा रही है. लखनऊ स्थित यूनिवर्सल अपार्टमेंट में छापेमारी में असद का आईफोन बरामद हुआ था. रिपोर्ट के मुताबिक, उमेश पाल की हत्या की वारदात को दिनदहाड़े इसीलिए अंजाम दिया गया था, ताकि लोग समझ सकें कि अब अतीक गैंग में उसके बाद किसका फरमान चलेगा.

उमेश पाल की हत्या को अंजाम देने के लिए शूटरों ने वक्त, जगह और तरीका ऐसा चुना ताकि दहशत फैले. जिस तरह से अतीक अहमद के गुर्गों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. उसमें अतीक का तीसरा बेटा असद साफ तौर पर सामने था.

असद क्रेटा कार से जैसे ही उतारता है, वह बिना अपना चेहरा छुपाए दौड़ते हुए पिस्टल को लोड कर फायरिंग शुरु करता है. इतना ही नहीं वह उमेश पाल को दौड़ाते हुए गली में घुसकर गोली मारता है. बिना यह चिंता किए कि उसका नाम आएगा तो अतीक के लिए मुश्किलें होंगी और उसको भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा.

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