
उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों की तलाश में भटक रही पुलिस के हाथ बड़ा सुराग लगा है. उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की सरेआम हत्या में इस्तेमाल किए गए 4 पिस्टलों के बारे में पुलिस को अहम जानकारी मिली है. सूत्रों के अनुसार, हथियार सप्लाई करने वाला हिरासत में लिया गया. उसके पास से बरामद असलहों की जांच करवाई जा रही है.
हिरासत में लिया गया शख्स, माफिया डॉन अतीक अहमद के चकिया इलाके का ही रहने वाला है. उसके बाबा और पिता भी अतीक के लिए काम करते थे. इस बीच शूटरों की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है. गुड्डू मुस्लिम, मोहम्मद गुलाम और साबिर की तलाश में यूपी पुलिस और यूपी एसटीएफ सूबे के साथ-साथ 13 राज्यों और 15 जिलों की खाक छान रही है.
26 दिन बीते, फिर भी पुलिस के हाथ खाली
फिलहाल, राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के 26 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस और एसटीएफ के हाथ खाली हैं. यूपी पुलिस को उमेश पाल हत्याकांड के शूटरों की परछाई तक नहीं मिल पा रही. अलबत्ता अब यूपी पुलिस ने सी एंड हिट ऑपरेशन लॉन्च किया है, जिसमें अतीक अहमद गैंग के 5 गुर्गे हिटलिस्ट में शामिल हैं.
इनाम बढ़ा, लेकिन नहीं मिल रहे हैं शूटर
असद, अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर की तलाश तेज है. यूपी पुलिस ने इन्हीं पांचों के सिर पर अब इनामी राशि भी बढ़ा दी है. उमेश पाल की हत्या के मामले में यूपी पुलिस ने पांच आरोपियों पर इनाम की रकम ढाई लाख रुपये से बढ़ा कर पांच लाख कर दी है. पुलिस और एसटीएफ दिन रात छापेमारी के बाद भी शूटरों तक नहीं पहुंच पा रही है.
22 टीमें कर रही है शूटरों की तलाश
प्रयागराज और लखनऊ वाया बरेली से लेकर नेपाल तक पुलिस और एसटीएफ की 22 टीमें शूटरों की तलाश में खाक छान रही हैं. पुलिस ने मोहम्मद गुलाम के लिए मेंहदौरी में घेरा लगाया है जबकि गुड्डू मुस्लिम की तलाश में पुलिस ने लाला की सराय पर नज़र गड़ा रखी है और साबिर के लिए पुलिस के मुखबिर मरियाडीह में मंडराते देखे जा रहे हैं.
इस हत्याकांड में बाहुबली अतीक अहमद के बेटे असद की सबसे बड़ी भूमिका दिखाई दी और पुलिस का दावा है कि उमेश पाल पर हुए हमले में अतीक अहमद के इस बेटे को ताबड़तोड़ गोली चलाते हुए देखा जा सकता है, लेकिन गोली कांड के बाद असद को जमीन खा गई और आसमान निगल गया? इसका जवाब यूपी पुलिस में कोई नहीं दे पा रहा.
तीन और कारों पर पुलिस की नजर
इस बीच उमेश पाल हत्याकांड में तीन और कारों का जिक्र किया जा रहा है. पुलिस और एसटीएफ की टीमें यह पता लगाने में लगी हैं कि इन कारों में भी शूटर थे या उनके मददगार. क्योंकि, इस वारदात में सीसीटीवी में दिख रहे शूटरों के अलावा कई और लोगों के शामिल होने का अंदेशा है.