
यूपी एटीएस (UP ATS) ने बांग्लादेश के रहने वाले इब्राहिम खान और तान्या मंडल को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है. दोनों पर बांग्लादेशी नागरिकों को फर्जी दस्तावेज से भारतीय नागरिकता दिलाने और मानव तस्करी के सिंडिकेट में शामिल होने का आरोप है.
बीते महीने पकड़े गए मानव तस्करी से जुड़े तीन आरोपियों आदिलुर रहमान अशरफी, अबू हुरैरा और शेख नजीबुल हक से पूछताछ में तान्या और इब्राहिम का नाम सामने आया था. तभी से एटीएस ने उनके पीछे लग गई थी.
बताया जा रहा है कि बीते 11 अक्टूबर को पकड़े गए आदिलुर रहमान ने सिंडिकेट के जरिए तान्या मंडल को भारत-बांग्लादेश बॉर्डर क्रॉस कराया था. पकड़ी गई तान्या मंडल को फर्जी दस्तावेज के सहारे बांग्लादेश बॉर्डर पार कराने के बाद 25 हजार रुपये में इब्राहिम खान को बेच दिया गया था.
बांग्लादेश से आकर तान्या और इब्राहिम बेंगलुरु की एक कपड़ा फैक्ट्री में मजदूरी करते थे. दोनों आरोपियों इब्राहिम खान और तान्या मंडल को यूपी एटीएस ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है.
राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप
मालूम हो कि पिछले महीने एटीएस ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे बांग्लादेश से घुसपैठ कर यूपी में रह रहे तीन अवैध-बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था. तीनों फर्जी दस्तावेजों के सहारे यूपी के निवासी बनकर और छिपकर यहां रह रहे थे. तीनों पर इंटरनेशनल ह्यूमन ट्रैफिकिंग सिंडिकेट से जुड़े होने का आरोप है.
मामले में वाराणसी में रह रहे आदिल मोहम्मद अशरफी उर्फ आदिल (ढाका निवासी) से पूछताछ के बाद सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था. साथ ही दो अन्य आरोपियों शेख नजीबुल हक और अबू हुरायरा को पकड़ा गया था. उनसे पूछताछ के बाद अब इब्राहिम और तान्या को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया. इन लोगों पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का भी आरोप है.