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UP: 'मंदिर पर थूका, पत्थर फेंके और धर्म परिवर्तन का बनाया दवाब'... बलरामपुर से ग्राउंड रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में जबरन धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश का मामला सामने आया है. शिकायतकर्ता दीपा का आरोप है कि उसकी पड़ोसी मुस्लिम पक्ष की महिलाएं उसके घर में बने मंदिर में थूकती हैं और कहती हैं कि अब तो तुम्हारा मंदिर नापाक हो गया, अब तुम मुसलमान हो गई हो.

जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाती दीपा जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाती दीपा
समर्थ श्रीवास्तव
  • बलरामपुर,
  • 29 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 4:00 PM IST

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में जबरन धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश का मामला सामने आया है. शिकायतकर्ता दीपा का आरोप है कि उसकी पड़ोसी मुस्लिम पक्ष की महिलाएं उसके घर में बने मंदिर में थूकती हैं और कहती हैं कि अब तो तुम्हारा मंदिर नापाक हो गया, अब तुम मुसलमान हो गई हो. 

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में मुस्लिम बहुल इलाके में रह रहे हिंदू परिवार का जबरन धर्म परिवर्तन करने की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार किया है. पीड़िता दीपा ने अपनी शिकायत में कहा कि मोहल्ले में मुस्लिम बहुल आबादी होने के कारण लोग धर्म परिवर्तन का दबाव बनाते हैं और ऐसा नहीं करने पर मकान बेचकर चले जाने को कहते हैं. उसने कहा कि हमें जान से मारने की धमकी भी दी जाती है.

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शिकायतकर्ता दीपा का आरोप है कि उसकी पड़ोसी मुस्लिम पक्ष की महिलाएं उसके घर में बने मंदिर में आकर थूकती हैं और कहती हैं कि अब तो तुम्हारा मंदिर नापाक हो गया, अब तुम मुसलमान हो गई हो. बता दें कि मुस्लिम पक्ष की ओर खुलने वाली खिड़की और मंदिर के बीच मात्र दो हाथों का अंतर है. परिवार का आरोप है कि उन्हें परेशान करने के लिए एक छोर से पानी फेंका जाता है. कोमल निषाद ने बताया कि यहां पर कुछ महीने पहले गाली गलौज की गई, पत्थर फेंके गए जिसका वीडियो हमने बना लिया था.

खिड़कियों को कपड़े से ढका

दीपा के परिवार ने घर के अंदर बनी छोटी खिड़कियों को कपड़े से ढक रखा है. यह इसलिए किया गया है, जिससे वह चुपचाप मुस्लिम परिवार का वीडियो अंदर से बना सकें और वह सुरक्षित भी रहें और वीडियो भी मिल जाए. दीपा के भाई तुलसी राम निषाद का कहना है कि उस पर मुस्लिम पक्ष द्वारा दबाव बनाया जा रहा है कि वह मुकदमा वापस ले ले, दो दिन पहले जब वह घर आ रहा था, उस पर हमले की भी कोशिश की गई.

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आरोपी बोले- विवाद कुछ और था, बताया कुछ और जा रहा है

इस बीच आरोपी परिवार के गुलाम नबी और सबरुनिशा ने बताया कि सभी आरोप गलत हैं, धर्म परिवर्तन जैसी कोई बात ही नहीं थी कभी, किसी और विवाद को कहीं और जोड़ दिया गया. बुजुर्ग महिला सबरुनिशा से जब सवाल किया गया कि वह खुद वीडियो में गाली देती नजर आ रहीं हैं तो इस पर उन्होंने कहा कि गुस्से में बोल दिया था. मंदिर में थूकने के आरोप पर परिवार के पास कोई जवाब नहीं था.

क्या कहते हैं गांव के अन्य हिंदू परिवार?

आज तक की टीम जब अन्य हिंदू परिवारों के घर पहुंची तो यहां लोगों ने ज्यादा कुछ बोलने से मना कर दिया. एक घर में रह रही चंदा ने बताया कि अक्सर पठान आकर उन्हे परेशान करते हैं. उन्होंने कहा कि यह मुस्लिम बाहुल्य इलाका है, गिने चुने हिंदू हैं, उन्हें परेशान किया जाता है. चंदा ने कहा कि पुलिस ने पैसा खा रखा है. वह भी कोई मदद नहीं करती.

पुलिस ने तीन महिलाओं को किया गिरफ्तार

इस मामले में पुलिस ने सोमवार को सात लोगों के खिलाफ उत्तर प्रदेश धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम-2021 की शांति भंग करने और आपराधिक धमकी देने सहित अन्य गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है.

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धर्म परिवर्तन कानून में कितनी सजा का प्रावधान?

विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम-2021 के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में गैरकानूनी तरीके से धर्म परिवर्तन कराने के मामले में सख्त सजा का प्रावधान है. महिलाओं और अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों का अवैध रूप से धर्म परिवर्तित कराने पर दो साल से 10 साल तक की जेल की हो सकती है. वहीं, अगर कोई सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन कराता है तो उसे 10 साल की सजा और 50 हजार के जुर्माने की सजा का प्रावधान है.

 

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