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पिछले बजट का 50% पैसा खर्च नहीं कर पाए यूपी के ये विभाग, सपा के सवाल पर सरकार ने दिया ये जवाब

विकास के काम थमें नहीं इसी भरोसे के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले साल 6 लाख करोड़ से ज्यादा का बजट लाए, लेकिन जब 2023-24 का बजट पेश हो रहा है... तब दावा है कि पिछले साल के बजट का ही 50 फीसदी से ज्यादा पैसा कई विभाग खर्च तक नहीं कर पाए हैं. हालांकि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना का कहना है कि ये जानकारी सही नहीं है.

पिछले साल वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 6 लाख करोड़ का पेश किया था. पिछले साल वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने 6 लाख करोड़ का पेश किया था.
समर्थ श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 22 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 11:45 AM IST

उत्तर प्रदेश सरकार ने आज अफना मेगा बजट पेश किया. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने इस बार 6 लाख 90 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया है, लेकिन हमें यह जानना जरूरी है कि पिछले बजट में जो पैसे दिए गए थे उसका क्या हुआ? एक रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में कई विभागों में पिछली बजय का पचास फीसदी पैसा तक खर्च नहीं हुआ. 

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विकास के काम थमें नहीं इसी भरोसे के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले साल 6 लाख करोड़ से ज्यादा का बजट लाए, लेकिन जब 2023-24 का बजट पेश हो रहा है... तब दावा है कि पिछले साल के बजट का ही 50 फीसदी से ज्यादा पैसा कई विभाग खर्च तक नहीं कर पाए हैं. हालांकि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना का कहना है कि ये जानकारी सही नहीं है. 

कृषि विभाग सिर्फ खर्च कर पाया 3110 करोड़

अब विभाग ही बता पाएंगे कि यह दावा सच है या नहीं. यूपी में कृषि विभाग को 7140 करोड़ का बजट मिला लेकिन दावा है कि 3110 करोड़ रुपए ही खर्च हो पाए, इसीलिए सच्चाई जानने के लिए हमने प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही से बात की. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने आजतक से कहा कि बहुत समय है दो महीने का काम करने का है.

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इन विभागों ने 50 फीसदी बजट भी नहीं खर्चा

ग्रामीण विकास विभाग को 28146 करोड़ मिला, लेकिन दावा है कि सिर्फ 14099 करोड़ खर्च कर पाया है. चिकित्सा विभाग को 44387 करोड़ मिला, लेकिन सिर्फ 21676 करोड़ खर्च हुआ. ऊर्जा विभाग को 54420 करोड़ मिला, जबकि सिर्फ 32893 करोड़ खर्च हुआ. लोकनिर्माण विभाग को 27470 करोड़ मिला, जबकि 7517 करोड़ रुपये खर्च हुआ.

पंचायती राज विभाग को 16378 करोड़ मिला, जबकि 8641 करोड़ खर्च कर पाया. सिंचाई विभाग को 13734 करोड़ मिला, जबकि 3065 करोड़ ही खर्च पाया गया. पशुपालन को 2575 करोड़ मिला, जबकि 1296 करोड़ रुपए ही खर्च कर पाए. इस पर सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने कहा कि उनको उपयोग करना चाहिए, अभी उनको सुधार की जरूरत है.

सपा ने साधा निशाना, सरकार बोली- समीक्षा करेंगे

बजट न खर्च पाने पर समाजवादी पार्टी (सपा) ने योगी सरकार पर निशाना साधा है. सपा विधायक मनोज पांडेय ने कहा कि
वास्तविकता में सरकार कुछ काम नहीं कर रही है, सिर्फ दिखा रही है,जबरदस्ती अपनी पीठ ठोंक रही है. वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि हम इसकी समीक्षा करेंगे और जिम्मेदारी तय करेंगे.

खबर है कि जिन विभागों ने समय से जनता के लिए मिले बजट तक का पैसा पूरा खर्च कर पाने में मुस्तैदी नहीं दिखाई, इनकी क्लास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ले चुके हैं. अब इसका जिम्मेदार कौन है? विभाग के अधिकारी या फिर सीधे उन विभागों के मंत्री? जो सरकार की मंशा मुताबिक विकास के काम में पैसा खर्च करने में भी पास नहीं हो रहे.

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