Advertisement

हड़ताल का असर: 'बंधक' बनाकर 16 घंटे तक चली बिजली कर्मचारियों की शिफ्ट, कई जगह विद्युत आपूर्ति ठप

ओबरा, आनपारा,और हरदुआगंज में शाम की शिफ्ट के बिजली कर्मियों को लगातार 16 घण्टे जबरन रोक कर कार्य कराया गया. भूखे प्यासे बिजली कर्मियों को एक प्रकार से बंधक बनाकर कार्य कराया गया. ओबरा ताप बिजली घर में 200-200 मेगावॉट क्षमता की 9 व 11 नम्बर इकाइयां बिजली कर्मियों की उपलब्धता न होने के कारण बन्द की जा रही हैं.

ओबरा, आनपारा,और हरदुआगंज में शाम की शिफ्ट के बिजली कर्मियों को लगातार 16 घंटे जबरन रोक कर कार्य कराया गया. ओबरा, आनपारा,और हरदुआगंज में शाम की शिफ्ट के बिजली कर्मियों को लगातार 16 घंटे जबरन रोक कर कार्य कराया गया.
अभिषेक मिश्रा
  • लखनऊ,
  • 17 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 1:21 PM IST

उत्तर प्रदेश में लाखों बिजलीकर्मियों की हड़ताल का असर अब दिखने लगा है. कई मांगों को लेकर शुरू हुए 72 घंटे के सांकेतिक हड़ताल की वजह से कई जिलों में विद्यूप आपूर्ति ठप है. कई जिलों में हड़ताली कर्मचारियों को गिरफ्तार करने के साथ ही संविदाकर्मियों की सेवा समाप्त करने का फैसला लिया गया. हालांकि, कर्मचारी झुके नहीं और हड़ताल जारी है.

Advertisement

यूपी के बिजलीकर्मियों की हड़ताल के समर्थन में आज देश के सभी प्रान्तों में लाखों बिजलीकर्मी सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. एनसीसीओईईई के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन कर रहे यूपी के बिजलीकर्मियों का किसी भी प्रकार से उत्पीड़न किया गया तो 27 लाख बिजलीकर्मी मूकदर्शक नहीं रहेंगे.

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर चल रहे कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जनपदों विरोध प्रदर्शन किया गया. संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने एक बार फिर दोहराया है कि ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन की हठवादिता के चलते बिजलीकर्मियों को हड़ताल पर जाने हेतु बाध्य होना पड़ा.

अनपारा, ओबरा, पारिछा, हरदुआगंज में रात की शिफ्ट के सभी कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर, अभियन्ता हड़ताल पर चले गए हैं और सबने ड्यूटी पर जाने से इनकार कर दिया है. शाम की शिफ्ट के बिजली कर्मियों ने ड्यूटी छोड़ने के लिए दबाव बना रखा है. ताप बिजली घरों में नाइट शिफ्ट में शत प्रतिशत हड़ताल हो गई है.

Advertisement

1030 मेगावाट बिजली उत्पादन ठप
      
ओबरा, आनपारा,और हरदुआगंज में शाम की शिफ्ट के बिजली कर्मियों को लगातार 16 घंटे जबरन रोक कर कार्य कराया गया. भूखे प्यासे बिजली कर्मियों को एक प्रकार से बंधक बनाकर कार्य कराया गया. ओबरा ताप बिजली घर में 200-200 मेगावॉट क्षमता की 9 व 11 नम्बर इकाइयां बिजली कर्मियों की उपलब्धता न होने के कारण बन्द की जा रही हैं.

आनपारा ए में 210-210 मेगावॉट क्षमता की 1 व 2 नंबर इकाइयां बन्द की जा रही हैं. ओबरा व आनपारा में अन्य इकाइयों का संचालन एनटीपीसी के लोग कर रहे हैं. पारीछा में सभी बिजली कर्मी बाहर आ गए हैं. इकाइयों का संचालन रिलायंस व बजाज के लोग कर रहे हैं. पारीक्षा में 210 मेगावॉट की  4 नंबर इकाई बंद कर दी गई है.

हरदुआगंज में एनटीपीसी के लोग आ गए हैं किंतु 660 मेगावॉट की इकाई पर बिजली कर्मियों को 16 घंटे से रोक कर रखा गया था. अब हरदुआगंज में भी सभी बिजली कर्मी बाहर आ गए हैं. इस प्रकार 16-17 घंटे के बाद सभी ताप बिजली घरों से सभी बिजली कर्मी बाहर आ गए हैं और शत प्रतिशत हड़ताल है. 

बिजली कर्मियों की हड़ताल के चलते 1030 मेगावॉट क्षमता की इकाइयां अब तक ठप्प हो गई हैं. इस बीच ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि जनहित एवं प्रदेश हित में विद्युत विभाग में किसी भी प्रकार के कार्य बहिष्कार एवं हड़ताल को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, जनहित की दृष्टि से एसेंसियल सर्विसेज मेन्टीनेन्स एक्ट को प्रदेश भर में लागू किया गया.

Advertisement

पूर्वांचल में 72 फीडर बंद, यहां देखें लिस्ट-

सरकार ने दी कार्रवाई करने की धमकी

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि जिन संगठनों एवं विद्युत कार्मिकों ने सरकार का सहयोग करने की बात कही और कार्य बहिष्कार से अपने को दूर रखने का आश्वासन दिया प्रदेश सरकार उन्हें पूरी सुरक्षा मुहैया करायेगी.

इसमें उ0प्र0 पॉवर आफिसर्स एसोसिएशन, विद्युत मजदूर पंचायत संघ, विद्युत संविदा कर्मचारी महासंघ, उ0प्र0 राज्य विद्युत परिषद नेता कर्मचारी संघ, प्रमोटेड पॉवर इंजीनियर्स वेलफेयर एसोसिएशन, विद्युत तकनीकी कर्मचारी संयुक्त संघ और अन्य कर्मचारी संगठन जिन्होंने लोगों की तकलीफों को समझकर इस हड़ताल से दूर रहने का फैसला किया

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मुख्य सचिव एवं डीजीपी ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों, पुलिस कमिश्नर एवं पुलिस अधीक्षक को किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने के निर्देश दिये. साथ ही विद्युत विभाग के अपर मुख्य सचिव, चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सहित अन्य अधिकारियों ने भी कार्मिकों को हड़ताल से दूर रहने के निर्देश दिये हैं.

 

TOPICS:
Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement