Advertisement

यूपी के स्कूलों में दिखाई जाएगी Chandrayaan-3 की लैंडिंग, चांद पर भारत की फतह के गवाह बनेंगे स्कूली बच्चे

भारत अंतरिक्ष की दुनिया में सबसे बड़ा इतिहास रचने वाला है. इसरो का चंद्रयान-3 चांद पर उतरने का इंतजार कर रहा है. उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा स्कूलों में चंद्रयान के लैंडिंग का लाइव प्रसारण किया जाएगा. राज्य सरकार की तरफ से जारी एक आदेश में बेसिक शिक्षा के सभी स्कूलों में प्रधानाचार्य को ये जिम्मेदारी दी गई है.

Chandrayaan 3 Chandrayaan 3
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 22 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 12:55 PM IST

चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर प्रज्ञान रोवर के साथ 23 अगस्त को चांद की सतह पर उतरना है. इस ऐतिहासिक दिन का सभी को इंतजार है. उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा स्कूलों  के बच्चों को इस दिन का साक्षी बनाने का फैसला किया है. दरअसल, महानिदेश स्कूल शिक्षा विभाग और राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय की तरफ से एक लेटर जारी किया गया है. इसमें 23 अगस्त की शाम को एक घंटे के लिए स्कूल और शिक्षण संस्थान में बच्चों को लाइव प्रसारण दिखाने के लिए कहा गया है.

Advertisement

उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा स्कूलों में चंद्रयान के लैंडिंग का लाइव प्रसारण किया जाएगा. राज्य सरकार की तरफ से जारी एक आदेश में बेसिक शिक्षा के सभी स्कूलों में प्रधानाचार्य को ये जिम्मेदारी दी गई है कि वह आधिकारिक यूट्यूब चैनल और डीडी न्यूज़ का प्रसारण अपने स्कूलों में करें और बच्चों को चंद्रयान-3 के लैंडिंग को लाइव दिखाएं.

UP government order

बता दें कि 23 अगस्त 2023 को शाम 5:27 बजे चंद्रयान-3 का चंद्रमा पर उतरने की प्रक्रिया का सीधा प्रसारण इसरो की वेबसाइट (https://www.isro.gov.in/) और इसरो के आधिकारिक यूट्यूब चैनल और डीडी नेशनल पर किया जाएगा.

सरकार की तरफ से जारी एक आदेश के मुताबिक, 23 अगस्त को शाम 5:15 से 6:15 तक स्कूल खोले जाएंगे. बच्चों को चंद्रयान 3 मिशन का सीधा प्रसारण दिखाया जाएगा. इस दौरान सभी स्कूलों में प्रधानाध्यापकों के साथ सभी शिक्षक भी शामिल होंगे. करीब 600 करोड़ रुपये की लागत वाले भारत के तीसरे चंद्रयान मिशन का मुख्य उद्देश्य लैंडर को चांद पर धीरे से उतारना है.

Advertisement

इसरो के मुताबिक, लैंडर के 23 अगस्त को शाम 5.47 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है. लैंडर चंद्रमा की सतह से लगभग 100 किमी की ऊंचाई से चंद्रमा पर उतरेगा.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement