Advertisement

UP: मदरसा बोर्ड के चेयरमैन ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, सैलरी और रिन्यूअल की मांग

यूपी मदरसा बोर्ड चेयरमैन ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने मदरसा आधुनिकीकरण योजना के रिन्यूअल और टीचर्स के वेतन की भुगतान की मांग की है. उन्होंने पत्र में कहा है कि मार्च 2022 से रिन्यूअल नहीं हुआ है. इसके साथ ही पिछले 5 सालों से केंद्र सरकार की ओर से टीचर्स के वेतन का भुगतान भी नहीं हुआ है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
आशीष श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 21 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:44 PM IST

उत्तर प्रदेश के मदरसा बोर्ड चेयरमैन ने इफ्तिखार अहमद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने मदरसा आधुनिकीकरण योजना के रिन्यूअल और टीचर्स के वेतन की भुगतान की मांग की है.

पत्र में इन बातों का किया जिक्र

उन्होंने पत्र में कहा है कि मदरसा आधुनिकीकरण योजना का मार्च 2022 से रिन्यूअल नहीं हुआ है. इसके साथ ही पिछले 5 सालों से केंद्र सरकार की ओर से टीचर्स के वेतन का भुगतान भी नहीं हुआ है. इसकी वजह से टीचर्स का जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है. इफ्तिखार अहमद ने पीएम मोदी से भुगतान और योजना के रिन्यूअल के साथ ही स्थायीकरण की मांग भी की है.

Advertisement
मदरसा बोर्ड के चेयरमैन ने पीएम मोदी को लिखा पत्र

बेहतर शिक्षा के लिए सरकार काम कर रही

इससे पहले कई बार चेयरमैन इफ्तिखार अहमद मदरसों में शिक्षा व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार की प्रशंसा भी कर चुके हैं. बीते दिनों ने उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश में मदरसों में बेहतर शिक्षा के लिए सरकार काम कर रही है. देश के प्रधानमंत्री मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों के एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में कंप्यूटर देना चाहते हैं. 

बच्चों को मॉडर्न शिक्षा भी दी जा रही

हालांकि, उन्होंने सर्वे पर सवाल खड़े किए थे. उनका कहना था कि उत्तर प्रदेश के मदरसों में बच्चों का सर्वे ठीक नहीं है. इससे बच्चों में धार्मिक आधार पर भेदभाव को बढ़ावा मिलेगा. ऐसे संस्कृत विद्यालयों में भी कई गैर-हिंदू शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. अहमद जावेद ने आगे कहा कि मदरसों में केवल धार्मिक शिक्षा नहीं दी जा रही है. मदरसों के बच्चों को मॉडर्न शिक्षा भी दी जा रही. मिशनरी स्कूलों में भी हर धर्म के बच्चे पढ़ रहे हैं.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement