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उत्तर प्रदेश के मदरसा बोर्ड चेयरमैन ने इफ्तिखार अहमद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने मदरसा आधुनिकीकरण योजना के रिन्यूअल और टीचर्स के वेतन की भुगतान की मांग की है.
पत्र में इन बातों का किया जिक्र
उन्होंने पत्र में कहा है कि मदरसा आधुनिकीकरण योजना का मार्च 2022 से रिन्यूअल नहीं हुआ है. इसके साथ ही पिछले 5 सालों से केंद्र सरकार की ओर से टीचर्स के वेतन का भुगतान भी नहीं हुआ है. इसकी वजह से टीचर्स का जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है. इफ्तिखार अहमद ने पीएम मोदी से भुगतान और योजना के रिन्यूअल के साथ ही स्थायीकरण की मांग भी की है.
बेहतर शिक्षा के लिए सरकार काम कर रही
इससे पहले कई बार चेयरमैन इफ्तिखार अहमद मदरसों में शिक्षा व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार की प्रशंसा भी कर चुके हैं. बीते दिनों ने उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश में मदरसों में बेहतर शिक्षा के लिए सरकार काम कर रही है. देश के प्रधानमंत्री मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों के एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में कंप्यूटर देना चाहते हैं.
बच्चों को मॉडर्न शिक्षा भी दी जा रही
हालांकि, उन्होंने सर्वे पर सवाल खड़े किए थे. उनका कहना था कि उत्तर प्रदेश के मदरसों में बच्चों का सर्वे ठीक नहीं है. इससे बच्चों में धार्मिक आधार पर भेदभाव को बढ़ावा मिलेगा. ऐसे संस्कृत विद्यालयों में भी कई गैर-हिंदू शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. अहमद जावेद ने आगे कहा कि मदरसों में केवल धार्मिक शिक्षा नहीं दी जा रही है. मदरसों के बच्चों को मॉडर्न शिक्षा भी दी जा रही. मिशनरी स्कूलों में भी हर धर्म के बच्चे पढ़ रहे हैं.