
उत्तर प्रदेश में मदरसा बोर्ड ने साल 2023 के लिए छुट्टी का कैलेंडर जारी कर दिया है जिस पर मौलानाओं ने ऐतराज जताया है. उनका आरोप है कि रमजान से ईद तक छुट्टी को सरकार ने कम कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, यूपी में मदरसा बोर्ड ने जो छुट्टियों का नया कैलेंडर जारी किया है उसमें वार्षिक अवकाश 43 से घटा कर 36 कर दिया गया है. यह समय शाबान से रमजान और फिर ईद तक का होता है जिसमें छुट्टियों में कटौती की गई है.
यही नहीं सर्दियों की छट्टी में भी 1 दिन की कमी की गई है जिसको लेकर मौलानाओं ने आपत्ति और नाराजगी दिखाई है. इसकी शिकायत मदरसा बोर्ड के सदस्य कमर अली से की है. ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष राबे हसनी नदवी ने भी इस पर एतराज जताया है.
इसके साथ ही मदरसों की टाइमिंग 3:00 बजे तक करने पर भी ऐतराज जताया गया है. इनकी तरफ से कहा गया है कि 1:30 बजे की नमाज के बाद 5:00 बजे मगरिब की नमाज पढ़ते हैं जिसका अब समय नहीं मिलेगा और ऐसे में टाइमिंग बढ़ जाने से मदरसे में बच्चों की एक्टिविटी पर फर्क पड़ेगा.
मदरसा बोर्ड के सदस्य कमर अली के मुताबिक, इसकी जानकारी सीएम को दी जाएगी कि बोर्ड के चेयरमैन ने अकेले किस तरीके से कैलेंडर जारी कर दिया जिससे कई छुट्टियां कम हो गई और मौलानाओं की नाराजगी सामने आ रही है.
कैलेंडर जारी करते समय बोर्ड के सदस्यों की सहमति नहीं ली गई, इसके साथ-साथ कैबिनेट मंत्री की भी सहमति नहीं ली गई इससे नाराजगी और आपत्ति है. सुन्नी धर्मगुरु मौलाना निजामी के मुताबिक, छुट्टी कम होगी तो कैसे काम होगा, मदरसा के साथ जबरदस्ती छेड़छाड़ किया जा रहा है जो कि बेहद गलत है.