
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पांच साल की मासूम बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने वाले पिता को ही उसकी हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी मोहित मिश्रा (40) ने 25 फरवरी को अपनी बेटी तानी के लापता होने की शिकायत रामपुर मथुरा थाने में दर्ज कराई थी.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक अगले ही दिन, 26 फरवरी को, एक सरसों के खेत में एक बच्ची का कटा हुआ पैर और शरीर का अन्य अंग मिलने से हड़कंप मच गया. पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू की और पाया कि यह शव तानी का था.
जांच में खुलासा हुआ कि मिश्रा ने ही अपनी बेटी का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी थी और फिर शव को गांव के बाहर फेंक दिया था. बाद में जंगली जानवरों ने उसके शव को क्षत-विक्षत कर दिया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हुई कि बच्ची की मौत गला घोंटने से हुई थी. इसके बाद रामपुर मथुरा पुलिस और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने मिलकर अपनी जांच तेज की और मिश्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ के दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
पुलिस के अनुसार मोहित मिश्रा ने खुलासा किया कि उसका अपने पड़ोसी रामू से झगड़ा चल रहा था और उसने अपने बच्चों को रामू के घर जाने से मना कर रखा था, लेकिन तानी उसकी बात न मानते हुए पड़ोसी के घर खेलने चली गई थी.
25 फरवरी की शाम जब मिश्रा अपनी मोटरसाइकिल से घर से बाहर निकल रहा था, तब उसने देखा कि तानी फिर से पड़ोसी के घर जा रही थी. गुस्से में आकर वह उसे मोटरसाइकिल पर बिठाकर गांव के बाहर एक सुनसान जगह ले गया और वहां गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद वह मौके से फरार हो गया.
पुलिस ने बताया कि घटना के बाद गिरफ्तारी के डर से मिश्रा ने अपना मोबाइल फोन घर पर छोड़ दिया और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद वह कुछ दिनों तक छिपा रहा. बाद में वह घर लौट आया, लेकिन अपनी बेटी के बारे में सवालों से बचता रहा. उसकी हरकतों से पुलिस को शक हुआ और जब जांच को और गहराई से आगे बढ़ाया गया, तो उसने अपराध स्वीकार कर लिया. पुलिस ने मोहित मिश्रा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है.