
लखनऊ एसटीएफ की टीम ने मिलिट्री इंटेलिजेंस टीम के साथ मिलकर एक फर्जी फ्लाइंग लेफ्टिनेंट को गिरफ्तार किया है. आरोपी वायु सेना का एयरफोर्स का अधिकारी बनकर बेरोजगार युवाओं को भर्ती कराने के नाम पर लाखों की ठगी करने का काम करता था.
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक अमित कुमार नागर ने बताया कि कई दिनों से लखनऊ, कानपुर और गोरखपुर समेत कई जगहों से यह सूचना मिल रही थी कि भारतीय वायुसेना में भर्ती कराने के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार करके लाखों रुपये हड़पे जा रहे हैं, जिसके बाद एसटीएफ के अलग-अलग जिलों की यूनिट को सक्रिय किया गया था. लखनऊ एसटीएफ यूनिट को सूचना मिली कि चिनहट थाना इलाके में बेरोजगार युवकों से ठगी करने वाला शख्स उत्कर्ष पांडे लखनऊ से दिल्ली भागने की फिराक में है, जिसके बाद एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
घरवालों को गुमराह कर रहा था आरोपी
एएसपी के मुताबिक, आरोपी ने भारतीय सेना की एक्स-वाई ग्रुप और एनडीए की परीक्षा दी थी, जिसमें वह फेल हो गया और यहीं से शर्मिंदगी की वजह से उसने झूठ बोलना शुरू कर दिया. वह लोगों को गुमराह करता रहा है कि उसकी ट्रेनिंग तेलंगाना में चल रही है. जब कोरोना आया तो उसने घरवालों को बताया कि महामारी की वजह से ट्रेनिंग रोक दी गई. इसके बाद वह लखनऊ में किराए के एक मकान में रहने लगा और फूडशॉप खोलकर काम करने लगा.
गोरखपुर से सिलवा ली थी वर्दी
कहीं गांव-घर में पोल न खुल जाए, इसलिए उसने गोरखपुर से भारतीय वायुसेना की वर्दी सिलवा ली थी. इसके बाद लखनऊ से मेडेल, रिबन चारबाग रेलवे स्टेशन से ले लिए थे. इसके साथ ही कुशीनगर में उसने सेना का फर्जी आईकार्ड भी बनवा लिया था.
वायुसेना में भर्ती का देता था झांसा
वह वर्दी पहनकर प्रशासनिक अधिकारियों, नेताओं और मीडिया के लोगों से मिलने लगा. उनके साथ फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करने लगा ताकि सभी को विश्वास हो जाए कि वह रसूखदार व्यक्ति है. इसी को देखते हुए लोग उसे अपने कार्यक्रम में बुलाने लगे और बच्चों की नौकरी के लिए संपर्क करने लगे. इन्हीं सबका फायदा उठाकर वह बेरोजगार युवकों से लाखों रुपये लेकर वायुसेना में भर्ती का झांसा देता था.
दिल्ली में बड़े स्तर पर जालसाजी करना चाहता था आरोपी
पुलिस के मुताबिक, जिन बेरोजगारों से उसने पैसे हड़पे, उनमें से ज्यादातर युवक उसके गृह जनपद कुशीनगर के ही रहने वाले हैं. जो रुपये उसके पीएनबी अकाउंट में ट्रांसफर किए, उसने अपने फूडशॉप और मौज-मस्ती में खर्च कर दिए. वह बेरोजगार युवकों को ज्वाइनिंग लेटर, कॉल लेटर आदि का फॉरमेट डाउनलोड कर उनकी एडिटिंग खुद किया करता था. वह लखनऊ से दिल्ली जाकर इस काम को बड़े स्तर पर करना चाहता था. हालांकि एसटीएफ ने उसका प्लान का भंडाफोड़ कर दिया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसके खिलाफ चिनहट पुलिस थाने में कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है.