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UP: फीस जमा न होने के चलते कॉलेज ने रोका एडमिट कार्ड, फांसी पर झूला 12वीं का छात्र

प्रतापगढ़ में यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा का एडमिट कार्ड नहीं मिलने से निराश एक छात्र ने आत्महत्या कर ली. दरअसल, छात्र जब एडमिट कार्ड लेने स्कूल गया तो स्कूल प्रशासन ने फीस पूरी न जमा होने के चलते एडमिट कार्ड देने से इंकार कर दिया था.

फीस जमा न होने के चलते कॉलेज ने रोका एडमिट कार्ड, फांसी पर झूला 12वीं का छात्र (सांकेतिक तस्वीर) फीस जमा न होने के चलते कॉलेज ने रोका एडमिट कार्ड, फांसी पर झूला 12वीं का छात्र (सांकेतिक तस्वीर)
सुनील कुमार यादव
  • प्रतापगढ़,
  • 24 फरवरी 2025,
  • अपडेटेड 3:12 PM IST

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के जेठवारा इलाके में एक दर्दनाक घटना सामने आई है. यहां यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा का एडमिट कार्ड नहीं मिलने से निराश एक छात्र ने आत्महत्या कर ली. आखो नौबस्ता गांव के रहने वाले राजेंद्र सिंह का 18 साल का बेटा शिवम सिंह धनसारी स्थित एक कॉलेज में पढ़ता था. सोमवार से शुरू होने वाली परीक्षा के लिए वह रविवार दोपहर एडमिट कार्ड लेने गया था.

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ग्रामीणों के अनुसार, फीस जमा न होने के कारण कॉलेज प्रशासन ने उसे  एडमिट कार्ड देने से मना कर दिया. एडमिट कार्ड नहीं मिलने से निराश शिवम घर लौट आया. इसके बाद रविवार देर रात उसने घर के पीछे एक पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी.

शिवम एक टैलेंटेड और बुद्धिमान छात्र था. उसके ऊपर स्कूल की 5000 रुपए की फीस बकाया थी. रविवार को वह पूरा दिन स्कूल में  एडमिट कार्ड लेने के लिए बैठा रहा. लेकिन स्कूल प्रशासन ने बकाया फीस के कारण उसे  एडमिट कार्ड  नहीं दिया. इससे निराश होकर छात्र ने घर के पीछे फांसी लगा ली.

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने स्कूल के प्रबंधक और प्राचार्य के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. घटना से परिवार में कोहराम मच गया है.पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)
 

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