
नगर निकाय के आरक्षण ने कई लोगों के चुनाव लड़ने के सपने को तोड़ दिया, लेकिन कई लोगों ने जुगाड़ निकाल लिया है. एक ऐसा मामला रामपुर में सामने आया. पिछले तीन दशकों से रामपुर नगर में कांग्रेस पार्टी का झंडा उठाये चलने वाले पूर्व नगर अध्यक्ष मामून शाह खान के जीवन मे 45 बसंत कब निकल गए पता ही नहीं चला, लेकिन जब नगर पालिका अध्यक्ष पद महिला के लिए आरक्षित हो गया और ख्वाब टूटने लगा तो पलक झपकते ही दुल्हनिया ढूंढ निकाली.
45 साल के मामून शाह खान ने 45 घंटों के अंदर ही शादी तय कर ली. नामांकन की अंतिम तिथि 17 अप्रैल है तो 15 अप्रैल को शादी की तारीख तय कर ली गई है. दरअसल, मामून शाह खान ने इस बार होने वाले स्थानीय निकाय के चुनाव में नगर पालिका अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने की जी जान से तैयारी की लेकिन जब आरक्षण की सूची आयी तो उनका सपना टूटने लगा क्योंकि रामपुर नगरपालिका अध्यक्ष पद महिला के लिए आरक्षित हो गया.
मामून शाह खान ने इसका अनोखा रास्ता निकाला और बिना देर किए दुल्हन ढूंढ कर नामांकन की अंतिम तिथि 17 अप्रैल से मात्र दो दिन पहले ही 15 अप्रैल को शादी तय कर ली. उनकी शादी के कार्ड अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं. आजतक से बात करते हुए मामून शाह खान ने कहा कि नगर पालिका का चुनाव लड़ने की तैयारी थी, लेकिन आरक्षण की वजह से सीट महिला हो गई तो मजबूरी भी हो गई, मैं संघर्ष करता रहा और आज भी जनता के बीच में हूं.
मामून शाह खान ने कहा, 'लोगों ने चाहा कि चुनाव लड़े तो मेरी मजबूरी हो गई कि मैं अब शादी कर रहा हूं... मेरी शादी 15 तारीख को है और इंशाल्लाह अपनी बीवी को चुनाव लड़ आऊंगा... किस पार्टी से लड़ना है? यह अभी तय नहीं हो पाया है लेकिन यह तय है कि चुनाव लड़ूंगा, देखिए शादी के लिए असबाब बन जाते हैं... माहौल बन जाता है... खिदमत करने का जज्बा है... नगरपालिका की महिला सीट हो गई.'