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उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के एक सरकारी स्कूल में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां कक्षा 4 की मासूम छात्रा को कथित रूप से प्रिंसिपल द्वारा बेरहमी से पीटा गया. घटना के बाद से बच्ची डरी और सहमी हुई है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि छात्रा महज क्लास 3 में जाकर बैठ गई थी, जिस पर प्रिंसिपल ने उसे डंडे से पीट दिया. इस घटना से बच्ची को पीठ पर गंभीर चोटें आई हैं. आक्रोशित पिता ने एसपी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद पुलिस ने जांच के आदेश दिए हैं.
दरअसल, यह मामला बांदा जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र का है. अरबई गांव निवासी सुलखान की बेटी गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 4 की छात्रा है. स्कूल में एक असामान्य घटना घटी, जिससे मासूम बच्ची मानसिक और शारीरिक रूप से आहत हुई. परिजनों के अनुसार, स्कूल के प्रिंसिपल बच्चों से अपनी गाड़ी को धक्का लगवा रहे थे.
इस दौरान पीड़िता अपनी सहेली को बुलाने के लिए गई थी. तभी अचानक किसी कारण से वह कक्षा 3 में जाकर बैठ गई. जब प्रिंसिपल ने देखा कि बच्ची गलत क्लास में बैठी है, तो उन्होंने बिना कुछ सोचे-समझे उसे बेरहमी से डंडे से पीटना शुरू कर दिया. छात्रा ने अपने पिता को बताया कि वह डर के कारण चुपचाप कक्षा में जाकर बैठ गई थी, लेकिन प्रिंसिपल ने उसे अकारण ही पीटा. पिटाई इतनी तेज़ थी कि बच्ची की पीठ पर चोट के गहरे निशान पड़ गए. घटना के बाद से बच्ची मानसिक रूप से डरी हुई है और स्कूल जाने से घबरा रही है.
पिता ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार
बच्ची के पिता सुलखान ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक (SP) कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को बिना किसी गलती के बुरी तरह पीटा गया, जिससे वह मानसिक रूप से भी आहत हुई है. पिता ने पुलिस से आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. वहीं, एसपी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली पुलिस को तत्काल जांच करने और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
शिक्षा विभाग ने भी शुरू की जांच
इस मामले पर जब बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) अव्यक्त राम तिवारी से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही खंड शिक्षा अधिकारी को जांच के आदेश दे दिए गए हैं. शिक्षा विभाग में अनुशासनहीनता और बच्चों के प्रति हिंसा को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं, तो आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी.