
उत्तर प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाबो देवी ने छात्राओं से "द केरला स्टोरी " फ़िल्म देखने की अपील की है. मंगलवार को मऊ नगर क्षेत्र के एक प्लाजा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरक्ष प्रांत के द्वारा आयोजित प्रांत छात्रा सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची गुलाबो देवी ने छात्राओं से फिल्म देखने की अपील की.
कार्यक्रम में मौजूद शिक्षकों और प्रिंसिपल को भी उन्होंने इस फिल्म को छात्राओं को दिखाने के लिए कहा. शिक्षा राज्य मंत्री ने कार्यक्रम में मौजूद छात्राओं को बताया कि मुख्यमंत्री ने यह पिक्चर चालू करा दी है सभी बच्चियां इसे जरूर देखें. बच्चों को यह पिक्चर देखने से उन्हें उनकी सभ्यता और संस्कृति, नैतिकता और उनका अनुशासन बना रहे. और बच्चियां गलत कदम उठाने से बची रहे.
मऊ नगर क्षेत्र के एक प्लाजा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गोरक्ष प्रांत के द्वारा आयोजित प्रांत छात्रा सम्मेलन के बाद छात्राओं ने नगर क्षेत्र में शोभा यात्रा भी निकाली.
गुलाबो देवी ने मंच से छात्रा सम्मेलन में मौजूद छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि जो पिक्चर आई है केरला स्टोरी, इस पिक्चर को आप लोग जरूर देखें. केरला स्टोरी को सभी बच्चियां जरूर देखें. आपस में छोटी छोटी बच्चियां एक दूसरे का मानसिक परिवर्तन करने में सहायक हो रही हैं. इस पिक्चर में यही दिखाया गया है. तुम्हारी जो सहेलियां है, दोस्त महिलाएं है, लड़कियां हैं. वह किस प्रकार से तुम्हें मजबूर करती हैं अपना धर्म परिवर्तन करने के लिए.
गुलाबो देवी ने कहा, मैं तो दंग रह गई जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह पिक्चर दिखाई. मैं सोच भी नहीं सकती थी कि पढ़ने वाले बच्चों के बीच में एक उस गिरोह की लड़की है जो धर्म परिवर्तन करा रही है. वह लड़कियां कितनी मजबूर होकर आत्महत्या करके मरती हैं. इसलिए मैं बताना चाहती हूं यहां पर जितनी लड़कियां बैठी हैं हर लड़की और मैं शिक्षिकाओं प्रधानाचार्य और प्रबंधक से भी कहूंगी कि किसी न किसी प्रकार से व्यवस्था करके बच्चों को यह पिक्चर जरूर दिखाई जाए. ताकि जो हमारे नादान बच्चे हैं उन बच्चों के गलत कदम बढ़ने से रुक जाए.
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करने के दौरान माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाबो देवी ने कहा कि आज मैं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रा सम्मेलन में सम्मिलित होने के लिए आई हूं. छात्राओं से द केरला स्टोरी फिल्म देखने की अपील की गई है क्योंकि जो हमारे बच्चे अबोध हैं , जो हमारे बच्चे बहुत ही सज्जन प्रवृत्ति के हैं , दुनियादारी को वह कम समझते हैं. उनके लिए यह पिक्चर देखनी चाहिए. जिससे उनके सभ्यता, संस्कृति, नैतिकता और उनका अनुशासन बना रहे.