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Halal Certificate देने के मामले में यूपी STF का एक्शन, हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया के चार लोग अरेस्ट

उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर कथित तौर पर पैसे वसूलने के आरोप में हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया, मुंबई के चार पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए चार लोगों की पहचान मौलाना मुदस्सिर, हबीब यूसुफ पटेल, अनवर खान और मोहम्मद ताहिर के रूप में हुई है. 

यूपी एसटीएफ ने 4 लोगों को किया अरेस्ट यूपी एसटीएफ ने 4 लोगों को किया अरेस्ट
संतोष शर्मा
  • लखनऊ ,
  • 13 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 10:50 AM IST

यूपी STF ने Halal Certificate देने के मामले में हलाल काउंसिल (मुंबई) के 4 पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया है. उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर कथित तौर पर पैसे वसूलने के आरोप में हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया, मुंबई के चार पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए चार लोगों की पहचान मौलाना मुदस्सिर, हबीब यूसुफ पटेल, अनवर खान और मोहम्मद ताहिर के रूप में हुई है. 

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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में हलाल-प्रमाणित उत्पादों के निर्माण, बिक्री, भंडारण और वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया है. हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर पैसे ऐंठने के आरोप में कुछ संगठनों, प्रोडक्शन कंपनियों, उनके मालिकों और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ लखनऊ में मामला दर्ज किया गया है. जिसपर अब कार्रवाई की गई है. 

सोमवार को यूपी STF ने हलाल काउंसिल आफ इंडिया, मुंबई के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जनरल सेक्रेटरी और ट्रेजरार को गिरफ्तार कर लिया है. बीते 23 नवंबर को लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में हलाल सर्टिफिकेट देकर धोखाधड़ी करने वालों पर एफआईआर दर्ज हुई थी. इस मामले की जांच STF को दी गई थी. 

पकड़े गए सभी चार आरोपी हलाल काउंसिल आफ इंडिया मुंबई की तरफ से हलाल प्रमाण पत्र जारी करने की एवज में लाखों रुपए वसूल रहे थे. एक सर्टिफिकेट देने में 1,000 से 10,000 रुपये  प्रति प्रोडक्ट  फीस लेते थे. 

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बता दें कि हलाल काउंसिल ऑफ़ इंडिया NABCB (National Accredation Board For Certification Bodies) या अन्य किसी सरकारी संस्था से अधिकृत नहीं है. इनके द्वारा प्रमाण पत्र जारी करने से पहले किसी भी प्रोडक्ट का कोई लैब टेस्ट नहीं करवाया जाता. 

संस्था के द्वारा बिना किसी जांच, बिना किसी लैब टेस्ट के केवल हलाल सर्टिफाइड का लोगो देकर वसूली की जा रही थी. एक्सपोर्ट होने वाली मांसाहारी प्रोडक्ट के साथ-साथ रेस्टोरेंट में परोसी जाने वाली डिशेज को भी हलाल सर्टिफिकेट देते थे. जबकि, संस्था का डिश को बनाने में कोई कंट्रोल नहीं था. मनमाने तरीके से पैसा लेने के नीयत से सिर्फ हलाल प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे थे. 

यूपी STF ने हलाल सर्टिफिकेट देने वाली हलाल काउंसिल आफ इंडिया के दफ्तर से लेकर सर्टिफिकेट लेने वाली कंपनियों से पूछताछ के बाद कार्रवाई की है. फिलहाल, आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है. 

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