
देश के अलग-अलग राज्यों के बाद अब दूसरे देशों के लोग भी जल जीवन मिशन के जरिए बुंदेलखंड में आए बदलावों के बारे में जानेंगे. जल जीवन मिशन के जरिए लोगों के जीवन को बदल रहीं बुंदेलखंड की पांच महिलाओं को नई दिल्ली के UN हाउस ने आमंत्रित किया है, जहां महिलाएं बताएंगी कि कैसे जल जीवन मिशन के जरिए पहुंचे हर घर नल से शुद्ध जल ने बुंदेलखंड और पूरे राज्य के ग्रामीणों के जीवन को बेहतर बनाया है. साथ ही रोजगार के अवसर भी मुहैया कराया है. ये महिलाएं UN हाउस में देश-दुनिया के जल विशेषज्ञों के सामने प्रस्तुतीकरण देंगी.
दरअसल, नई दिल्ली के संयुक्त राष्ट्र संघ के ऑफिस में उत्तर प्रदेश की जिन पांच महिलाओं को आमंत्रित किया गया है. इनमें झांसी के बामेर गांव की भारती, इमिलिया गांव की रीना अहिरवार, रामप्यारी, बेबी और शीला शामिल हैं. इन सभी महिलाओं की कहानी महिला सशक्तिकरण की भी मिसाल है. कैसे उन्होंने अपने और अपने गांव के लोगों के जीवन को जल जीवन मिशन के जरिए बदला.
FTK किट से होती है जल की जांच
ये सभी महिलाएं जल जीवन मिशन के आने के बाद से फील्ड टेस्ट किट के जरिए पानी की जांच करती हैं. इसके लिए इन्हें प्रति जांच 20 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है. अब ये महिलाएं यूएन हाउस में बताएंगी कि कैसे पानी की जांच FTK के जरिए की जाती है और इसका लाइव डिमॉन्सट्रेशन भी देंगी.
गौरतलब है कि जल जीवन मिशन के जरिए ग्रामीण इलाकों में शुद्ध पेयजल पहुंचाकर बड़े पैमाने पर बीमारियों पर लगाम लगाने में सफलता मिली है.
लाखों महिलाओं को दी जा चुकी है FTK ट्रेनिंग
बता दें कि प्रदेश में हर घर नल से पहुंचने वाले जल की जांच के लिए हर गांव में पांच महिलाओं को FTK जांच की ट्रेनिंग दी जाती है. जिससे महिलाएं अपने गांव में ही रहकर जल की गुणवत्ता की जांच कर सकें. पूरे प्रदेश में अब तक 4.80 लाख महिलाओं को फील्ड टेस्ट किट यानी FTK की ट्रेनिंग दी जा चुकी है. पानी की जांच के लिए महिलाओं को किट मुहैया कराई जाती है.