
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सज चुकी है. 10 से 12 फरवरी तक यहां ग्लोबल इंवेस्टर समिट का आयोजन किया जाना है. यूपी सरकार ने इस बार 22 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा है. इसे पूरा करने के लिए यूपी सरकार के मंत्रियों ने 16 देशों और 21 शहरों का दौरा भी किया था. ग्लोबल इंवेस्टर समिट को लेकर आजतक ने औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल नंदी से खास बातचीत की और समझा कि कैसे यूपी 1 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन पाएगा. पढ़िए पूरा इंटरव्यू-
सवाल: आम आदमी ग्लोबल इंवेस्टर समिट का मतलब क्या समझे?
जवाब: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में देश और प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है. 200 साल तक जिस ब्रिटेन ने हम पर राज किया, उसे पछाड़कर हम दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था बन गए हैं और उत्तर प्रदेश, देश की दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है... उत्तर प्रदेश भारत का ग्रोथ इंजन के रूप में उभर रहा है... ग्लोबल इंवेस्टर समिट के जरिए यूपी 1 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य को हासिल करने की कोशिश में जुटा है... इसके लिए हम 16 देशों में गए... लोगों में निवेश को लेकर काफी उत्साह है... उसका सबसे बड़ा कारण है कि उत्तर प्रदेश की आबादी 25 करोड़ है और 10 करोड़ की आबादी हम पर निर्भर है... हमारे पास नदियों का सबसे लंबा किनारा है... तीनों मौसम है... इस वजह से दुनिया के कारोबारी यहां निवेश करना चाहते हैं.
सवाल: आप कह रहे हैं कि बड़े-बड़े कारोबारी निवेश करना चाहते हैं लेकिन सवाल है कि 2018 में भी आपने ग्लोबल इंवेस्टर समिट कराया था... उस दौरान भी करीब चार लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव का एमओयू हुआ था.. 2018 के उस इंवेस्टर समिट के कितने प्रोजेक्ट जमीन पर उतरे?
जवाब: मैं आपको हीरानंदानी ग्रुप का उदाहरण दूंगा. 2018 के इंवेस्टर समिट में वह भी आए थे... उन्होंने ड्रोन से जमीन देखा और तुरंत सारे काम हो गए.. अभी हाल में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर भारत के सबसे डेटा सेंटर का उद्घाटन किया था. हिंदुस्तान लीवर का हमीरपुर में ऑटोमेशन वाला प्लांट लग रहा है. ऐसे कई उदाहरण है... यह दर्शाता है कि हमने इंवेस्टर का भरोसा जीता है... हल्दीराम, ओकाया बैट्री, डीएस ग्रुप समेत इन कंपनियों ने यूपी पर भरोसा जताया और निवेश कर रहे हैं.... यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है.
सवाल: आपको लगता है कि इस बार का टारगेट 23 लाख करोड़ पूरा होगा?
जवाब: 4 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट को हमने जमीन पर उतार दिया है... निवेशकों का हमने भरोसा जीत लिया है... हमारे अधिकारी अब निवेश के साथ मिलकर उनकी समस्या का समाधान करते हैं... इसलिए हम टारगेट को पूरा करेंगे.
सवाल: विपक्ष हर बार सवाल पूछता है कि निवेश से रोजगार कितने लोगों को मिला?
जवाब: सपा सरकार में गुंडे और माफिया पुलिस थानों से अपराधी को छुड़ाते थे... सपा राज में कानून व्यवस्था के हाल के कारण इंवेस्टर आते नहीं थे... इनका सोच केवल सैफई और अपने परिवार के विकास तक था... आज यूपी बदल गया है.. आज 9 एयरपोर्ट चालू हो गए... जल्द ही 16 डोमेस्टिक और 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला यूपी पहला राज्य होगा.
सवाल: सपा का आरोप है कि एक्सप्रेस-वे से लेकर कई अहम प्रोजेक्ट उनके शासनकाल में बने... लुलु, सैमसंग, एचसीएल समेत कई कंपनियों को वो लेकर आएं, जिसे आप (बीजेपी) गिना रहे हैं?
जवाब: अखिलेश यादवजी की बचकानी बातों को पूरा प्रदेश जानता है... 2012 में मुलायम सिंह यादवजी के नाम पर जनमत मिला और उन्होंने अखिलेश को सीएम बना दिया.. अखिलेश ने अपना पूरा कार्यकाल मोबाइल और टैबलेट पर गेम खेलते हुए बीता दिया... कोई ऐसा मुख्यमंत्री आपने देखा जो सरकारी आवास से टोंटी खोल ले जाए... टोंटी इन दिनों अखिलेश यादव का पर्यायवाची बन गया है... उनके समय विकास जमीन पर नहीं थी.. लेकिन अब है... आएं और देखें... अब हो गया है तो चिल्ला रहे हैं कि मैं लाया... मैं लाया.. ऐसा थोड़े होता है.
सवाल: इस बार ग्लोबल इंवेस्टर समिट में कौन-कौन सी कंपनियां आ रही है?
जवाब: हम लोग 16 देश और 21 शहरों का दौरा किया और लोगों का ध्यान उत्तर प्रदेश की ओर है... बीमारू प्रदेश से अब सर्वोत्तम प्रदेश हो गया है.. हर सेक्टर में विदेश से भी और देश से भी काफी उत्साहजनक रिजल्ट मिला है... मुंबई में हमारे कार्यक्रम में सभी कारोबारी आए थे.. सबने निवेश को लेकर भरोसा दिलाया है... हमारी ईवी पॉलिसी से लोग काफी उत्साहित दिखे... निश्चित तौर पर हमारे यहां ईवी कंपनियों का बड़ा इंवेस्टमेंट आएगा.
सवाल: आम लोगों को कैसे भरोसा दिलाएंगे कि जितने भी MoU होंगे, वह धरातल पर उतरेंगे? दूसरा Austin वाला विवाद भी इसी इंवेस्टर समिट के दौरान हुआ... आप क्या कहेंगे?
जवाब: Austin वाला मसला जैसे ही सामने आया तो हमने कार्रवाई की... और जहां तक MoU के धरातल पर उतरने की बात है तो हमने पहले इंवेस्टर समिट के सभी प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारा है.
सवाल: सरकार हर जिलों में इंवेस्टर समिट क्यों कर रही है?
जवाब: देखिए हमारी सरकार ग्लोबल इंवेस्टर समिट तो कर रही है, लेकिन जिलों में जो व्यापारी फैक्ट्री लगाना चाहते हैं या फैक्ट्री की क्षमता बढ़ाना चाहते हैं तो उन्हें भी हम सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं. इससे ग्लोबल कंपनियां तो आएंगी ही लेकिन स्थानीय कंपनियों को भी अपने पंख फैलाने का मौका मिलेगा.. यह उनके लिए एक बड़ा मौका होगा.
सवाल: आप कह रहे हैं कि बड़े-बड़े कारोबारी निवेश करना चाहते हैं लेकिन सवाल है कि 2018 में भी आपने ग्लोबल इंवेस्टर समिट कराया था... उस दौरान भी करीब चार लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव का एमओयू हुआ था.. 2018 के उस इंवेस्टर समिट के कितने प्रोजेक्ट जमीन पर उतरे?
जवाब: मैं आपको हीरानंदानी ग्रुप का उदाहरण दूंगा. 2018 के इंवेस्टर समिट में वह भी आए थे... उन्होंने ड्रोन से जमीन देखा और तुरंत सारे काम हो गए.. अभी हाल में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर भारत के सबसे डेटा सेंटर का उद्घाटन किया था. हिंदुस्तान लीवर का हमीरपुर में ऑटोमेशन वाला प्लांट लग रहा है. ऐसे कई उदाहरण है... यह दर्शाता है कि हमने इंवेस्टर का भरोसा जीता है... हल्दीराम, ओकाया बैट्री, डीएस ग्रुप समेत इन कंपनियों ने यूपी पर भरोसा जताया और निवेश कर रहे हैं.... यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है.
सवाल: आपको लगता है कि इस बार का टारगेट 23 लाख करोड़ पूरा होगा?
जवाब: 4 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट को हमने जमीन पर उतार दिया है... निवेशकों का हमने भरोसा जीत लिया है... हमारे अधिकारी अब निवेश के साथ मिलकर उनकी समस्या का समाधान करते हैं... इसलिए हम टारगेट को पूरा करेंगे.
सवाल: विपक्ष हर बार सवाल पूछता है कि निवेश से रोजगार कितने लोगों को मिला?
जवाब: सपा सरकार में गुंडे और माफिया पुलिस थानों से अपराधी को छुड़ाते थे... सपा राज में कानून व्यवस्था के हाल के कारण इंवेस्टर आते नहीं थे... इनका सोच केवल सैफई और अपने परिवार के विकास तक था... आज यूपी बदल गया है.. आज 9 एयरपोर्ट चालू हो गए... जल्द ही 16 डोमेस्टिक और 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट वाला यूपी पहला राज्य होगा.
सवाल: सपा का आरोप है कि एक्सप्रेस-वे से लेकर कई अहम प्रोजेक्ट उनके शासनकाल में बने... लुलु, सैमसंग, एचसीएल समेत कई कंपनियों को वो लेकर आएं, जिसे आप (बीजेपी) गिना रहे हैं?
जवाब: अखिलेश यादवजी की बचकानी बातों को पूरा प्रदेश जानता है... 2012 में मुलायम सिंह यादवजी के नाम पर जनमत मिला और उन्होंने अखिलेश को सीएम बना दिया.. अखिलेश ने अपना पूरा कार्यकाल मोबाइल और टैबलेट पर गेम खेलते हुए बीता दिया... कोई ऐसा मुख्यमंत्री आपने देखा जो सरकारी आवास से टोटी खोल ले जाए... टोटी इन दिनों अखिलेश यादव का पर्यायवाची बन गया है... उनके समय विकास जमीन पर नहीं थी.. लेकिन अब है... आएं और देखें... अब हो गया है तो चिल्ला रहे हैं कि मैं लाया... मैं लाया.. ऐसा थोड़े होता है.
सवाल: इस बार ग्लोबल इंवेस्टर समिट में कौन-कौन सी कंपनियां आ रही है?
जवाब: हम लोग 16 देश और 21 शहरों का दौरा किया और लोगों का ध्यान उत्तर प्रदेश की ओर है... बीमारू प्रदेश से अब सर्वोत्तम प्रदेश हो गया है.. हर सेक्टर में विदेश से भी और देश से भी काफी उत्साहजनक रिजल्ट मिला है... मुंबई में हमारे कार्यक्रम में सभी कारोबारी आए थे.. सबने निवेश को लेकर भरोसा दिलाया है... हमारी ईवी पॉलिसी से लोग काफी उत्साहित दिखे... निश्चित तौर पर हमारे यहां ईवी कंपनियों का बड़ा इंवेस्टमेंट आएगा.
सवाल: आम लोगों को कैसे भरोसा दिलाएंगे कि जितने भी MoU होंगे, वह धरातल पर उतरेंगे? दूसरा Austin वाला विवाद भी इसी इंवेस्टर समिट के दौरान हुआ... आप क्या कहेंगे?
जवाब: Austin वाला मसला जैसे ही सामने आया तो हमने कार्रवाई की... और जहां तक MoU के धरातल पर उतरने की बात है तो हमने पहले इंवेस्टर समिट के सभी प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारा है.
सवाल: सरकार हर जिलों में इंवेस्टर समिट क्यों कर रही है?
जवाब: देखिए हमारी सरकार ग्लोबल इंवेस्टर समिट तो कर रही है, लेकिन जिलों में जो व्यापारी फैक्ट्री लगाना चाहते हैं या फैक्ट्री की क्षमता बढ़ाना चाहते हैं तो उन्हें भी हम सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं. इससे ग्लोबल कंपनियां तो आएंगी ही लेकिन स्थानीय कंपनियों को भी अपने पंख फैलाने का मौका मिलेगा.. यह उनके लिए एक बड़ा मौका होगा.
सवाल: आप खुद भी बड़े कारोबारी हैं... तो क्या नंदगोपाल नंदीजी भी ग्लोबल इंवेस्टर समिट के दौरान निवेश कर रहे हैं?
जवाब: मंत्री पद की शपथ लेने के बाद मैं व्यापारी नहीं रह गया.. मेरे बेटे कारोबार को संभालते हैं और वह भी निवेश करने के लिए तैयार हैं... वह प्रयागराज में निवेश का प्लान कर रहे हैं?
सवाल: जिस तरह से हिंडनबर्ग ने अडाणी ग्रुप को लेकर खुलासे किए उससे ग्लोबल इंवेस्टर समिट पर कोई फर्क पड़ेगा, क्योंकि अडाणी ग्रुप को बड़ा इंवेस्टमेंट यूपी में भी है?
जवाब: देखिए कारोबार में सबको नुकसान और फायदा होता है.. इससे देश या प्रदेश को कोई फर्क नहीं पड़ता है.