Advertisement

उत्तर प्रदेश में फिर रेल दुर्घटना की साजिश! लखनऊ-वाराणसी रूट पर टूटी मिली पटरी

उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में टूटी रेल पटरी की जानकारी पाकर रेलवे इंजीनियरों ने तेजी से कार्रवाई की. उन्होंने बेडूपारा गांव के पास टूटी पटरी की मरम्मत की, जिससे यातायात बाधित नहीं हुआ.

यूपी में फिर दुर्घटना की साजिश नाकाम यूपी में फिर दुर्घटना की साजिश नाकाम
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 11:19 PM IST

उत्तर प्रदेश में एक बार फिर रेल दुर्घटना की साजिश को नाकाम किया गया है. यहां शनिवार को सुल्तानपुर जिले में लखनऊ-वाराणसी मार्ग पर स्थित रेल पटरी टूटी हुई पाई गई. हालांकि, इसको जल्द ही ठीक कर लिया गया, जिससे रेल यातायात पर कोई असर नहीं पड़ा. यह जानकारी सरकार रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने दी.

रेल मार्ग पर स्थित सुल्तानपुर जिले में शनिवार को टूटी रेल पटरी की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस और रेलवे इंजीनियर हरकत में आ गए. जीआरपी अधिकारी महावीर ने बताया कि जैसे ही यह जानकारी उनके पास पहुंची, उन्होंने फौरन अपनी टीम को सतर्क किया और इंजीनियरों को साथ लेकर बेडूपारा गांव के पास टूटे हुए ट्रैक पर पहुंचे.

Advertisement

यह भी पढ़ें: 40 दिन में रेलवे को डिरेल करने की 18 साजिशें... कौन कर रहा है लोन वुल्फ अटैक की प्लानिंग

बिना किसी देरी के पटरी को किया गया दुरुस्त

बेडूपारा गांव लंभुआ थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जहां यह घटना घटी. रेलवे इंजीनियरों और कर्मचारियों की सावधानी के चलते वे बिना किसी देरी के पटरी को ठीक करने में कामयाब रहे. टीम ने किसी भी संभावित खतरे को टालने के लिए यह सुनिश्चित किया कि मरम्मत के काम के दौरान सुरक्षा के उच्चतम मानकों का पालन किया जाए.

यह भी पढ़ें: ड्रोन पेट्रोलिंग और व्हाट्सएप ग्रुप से ट्रेन डिरेल की घटनाएं रोकेगी रेल पुलिस, "ड्रोन पेट्रोलिंग और व्हाट्सएप ग्रुप से ट्रेन डिरेल की घटनाएं रोकेगी रेल पुलिस, अराजक तत्वों की खैर नहीं!

रेलवे ट्रैक के साथ पहले भी की गई छेड़छाड़

Advertisement

इनके अलावा, रेलवे अधिकारियों ने पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए रखी और मरम्मत के काम पूर्ण होने तक इलाके में गश्ती बढ़ा दी थी. हालांकि, रेलवे ट्रैक कैसे टूटा, इस मामले की पुलिस टीम जांच कर रही है, इस तरह की ये घटना पहली नहीं है. इससे पहले राज्य में कई ऐसी घटनाएं आई हैं, जहां रेलवे ट्रैक के साथ छेड़छाड़ की गई थी, जहां ट्रैक पर कहीं सिलिंडर पाए गए तो कहीं लोहे के सामान, जिसे रेल को डीरेल करने की एक साजिश के रूप में देखा गया.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement