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यूपी में टमाटर पर सियासत: बाउंसर रखकर सब्जी बेचने वालों पर धार्मिक भावनाएं आहत करने का केस

देशभर में टमाटर के दाम आसमान छू रहे हैं. इसी बीच यूपी के वाराणसी में टमाटर को लेकर बनाए गए एक वीडियो को लेकर सियासत शुरू हो गई है. इस वीडियो में एक सब्जीवाला टमाटर की सुरक्षा के लिए बाउंसर तैनात करते हुए दिखाया गया था. वीडियो वायरल होने के बाद यूपी पुलिस ने सब्जीवाले के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. इसे लेकर अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है.

वाराणसी पुलिस ने सब्जीवाले को गिरफ्तार किया (फोटो-सोशल मीडिया) वाराणसी पुलिस ने सब्जीवाले को गिरफ्तार किया (फोटो-सोशल मीडिया)
रोशन जायसवाल
  • वाराणसी,
  • 11 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 12:26 PM IST

सरकार भले ही किसी की भी हो, महंगाई पर सियासत और बयानबाजी होना कोई नई बात नहीं है. लेकिन पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इससे भी आगे जाकर टमाटर की कीमत पर विरोध करने वालों पर FIR हुई. फिर गिरफ्तारी हुई और जेल भी भेज दिया गया. दरअसल, ये सब शुरू हुआ वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र के नगवा इलाके में स्थित एक सब्जी विक्रेता की दुकान पर टमाटर की कीमत पर विरोध के साथ.

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टमाटर की बढ़े दाम के खिलाफ सपा कार्यकर्ता ने सब्जी की दुकान के बाहर बाउंसर लगाकर टमाटर की हिफाजत की तो इसका वीडियो वायरल हो गया. यूपी के पूर्व सीएम और सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उस वीडियो को डालकर फिर ट्वीट कर दिया. फिर क्या था, पुलिस सपा प्रदर्शनकारी और दुकान मालिक की खोजबीन में जुट गई. सब्जी विक्रेता, उसके बेटे और सपा कार्यकर्ता के खिलाफ लंका थाने में FIR खुद इलाके के चौकी इंचार्ज की तहरीर पर दर्ज की गई.

टमाटर की दुकान पर बाउंसर मामले में लगीं 3 धाराएं


▪️153-A धारा- यह धारा धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा, आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने और सद्भाव बिगाड़ने पर लगती है.

▪️295-A धारा- यह धारा धार्मिक भावनाओं को आहत करने पर लगती है.

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▪️505 (2) धारा- यह धारा विभिन्न समुदायों के बीच झगड़ा लगाने की नीयत से झूठी बयानबाजी पर लगती है.

इसके बाद सब्जी विक्रेता और उसके बेटे की गिरफ्तारी हुई. जबकि, प्रदर्शन का आयोजन करने वाला मुख्य आरोपी सपा कार्यकर्ता फरार हो गया. इस मामले को लेकर अब सियासत गर्मा गई है.

अखिलेश के दूत के रूप में स्थानीय सपा नेता सब्जी विक्रेता के घर पहुंचकर हर संभव मदद का भरोसा दे रहे हैं. साथ ही मामले को अखिलेश यादव के खिलाफ विद्वेष की राजनीति बता रहे हैं. उधर, सब्जी विक्रेता का परिवार इस घटना को फरार सपा कार्यकर्ता अजय यादव ऊर्फ अजय फौजी की कारस्तानी बता रहें हैं और खुद के लोगों को बेगुनाह बताकर इंसाफ की मांग कर रहे हैं.

क्या है पूरा ममला?


टमाटर के बढ़े दाम पर विरोध करना सपा कार्यकर्ता और सब्जी विक्रेता को इतना भारी पड़ जाएगा इसका उन्हें शायद खुद भी अंदाजा नहीं होगा. दरअसल, रविवार की सुबह स्थानीय सपा कार्यकर्ता अजय यादव उर्फ अजय फौजी नगवा इलाके में पहुंचे. यहां उन्होंने सब्जी विक्रेता जगनारायण यादव की सब्जी की दुकान में नाटकीय ढंग से बाउंसर लगाकर सपा विरोध किया.

बाउंसरों ने की टमाटर की हिफाजत


इस विरोध में बकायदा बाउंसर टमाटर की हिफाजत करते नजर आए. इसी बीच सपा मुखिया अखिलेश यादव ने "भाजपा टमाटर को ‘Z PLUS’ सुरक्षा दे" लिखते हुए एक वीडियो डालकर ट्वीट कर दिया. फिर क्या था, जैसे भूचाल आ गया. वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस सक्रिय हो गई और उस सब्जी की उस दुकान पर पहुंचकर सब्जी विक्रेता जगनारायण यादव और उसके बेटे विकास यादव को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही प्रदर्शन का आयोजन करने वाले फरार सपा कार्यकर्ता अजय यादव उर्फ अजय फौजी की तलाश में जुट गई.

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अखिलेश ने किया एक और ट्वीट


इसके बाद अखिलेश यादव ने एक और ट्वीट किया. जिसमें लिखा था "वाराणसी में महंगाई जैसे जनहित के विषय पर सरकार का ध्यानाकर्षण करनेवाले सब्जीवाले को थाने में बैठाना कहां तक उचित है?'' इस समाचार के फैलने से प्रदेशभर के समस्त सब्जी विक्रेता आक्रोशित हो रहे हैं. उनकी मांग है कि उस सब्जीवाले को तुरंत छोड़ा जाए.

खुद को बेकसूर बता रहा सब्जी वाले का परिवार


इतना ही नहीं रविवार रात को ही सब्जी विक्रेता की दुकान की पैमाइश के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण और नगर निगम की राजस्व की टीम भी धमक गई और अवैध निर्माण की जांच करने लगी. इस पूरे घटनाक्रम के बाद सब्जी विक्रेता के घर-परिवार और आस-पड़ोस के लोग सब्जी विक्रेता और उसके गिरफ्तार बेटे को बेकसूर बता रहे हैं. सारा षड्यंत्र रचने का आरोप सपा कार्यकर्ता फरार अजय फौजी पर लगा रहे हैं. वे खुद को सपा-भाजपा की राजनीतिक लड़ाई के बीच फंसा भी बात बता रहे हैं.

 

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