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उत्तर प्रदेश के वाराणसी में टमाटर की सुरक्षा में बाउंसर तैनात करने पर कोर्ट ने सब्जी विक्रेता पिता-पुत्र को जमानत दे दी. कोर्ट के आदेश पर देर रात उन्हें जिला जेल रिहा किया गया. उनके स्वागत में समाजवादी पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता भी जेल के बाहर मौजूद रहे.
दरअसल, रविवार को टमाटर के बढ़ते दामों को लेकर सब्जी विक्रेता पिता-पुत्र ने विरोध जताते हुए टमाटर की सुरक्षा में बाउंसर तैनात किए थे. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता अजय यादव के नेतृत्व में यह विरोध प्रदर्शन हुआ था. इसके बाद नगवा चौकी के इंचार्ज ने लंका पुलिस थाने में सब्जी विक्रेता पिता-पुत्र, समाजवादी कार्यकर्ता अजय यादव और एक अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी.
जेल के बाहर सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद
इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पिता जगनारायण यादव और उसके बेटे विकास यादव को गिरफ्तार कर लिया था. जबकि मुख्य आरोपी समाजवादी कार्यकर्ता अजय यादव उर्फ अजय फौजी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पिता-पुत्र की रिहाई के दौरान देर रात वाराणसी के चौकाघाट इलाके में स्थित जिला जेल के बाहर सैकड़ों की संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे.
प्रदर्शन व्यंगात्मक रुप से था- सपा प्रवक्ता
इस दौरान सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी भी उनके साथ मौजूद थे. उन्होंने कहा कि टमाटर के दाम को लेकर सिर्फ व्यंगात्मक रुप से विरोध किया गया था. मगर, प्रशासन को यह बात रास नहीं आया और उन्होंने इस तरह कार्रवाई की. लेकिन, उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा था. उन्होंने कोर्ट का धन्यवाद भी दिया.
सपा प्रवक्ता ने पीएम पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी है. वहीं, दूसरी तरफ शांतिपूर्वक तरीके से विरोध दर्ज कराने पर इस तरह की कार्रवाई की जाती है. जबकि अखबारों में रोज व्यंगात्मक रूप से कार्टून छापे जाते हैं. बता दें, इस विरोध-प्रदर्शन के समर्थन में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया था. अगले दिन सोमवार को भी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ अखिलेश ने ट्वीट करके सरकार पर जमकर निशाना साधा था.