
बांदा में विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व पर शहर की मांस और मीट की दुकानों को बंद कराने की मांग उठाई है. संगठन ने जिला प्रशासन से अपील करते हुए साफ कहा कि अगर दुकानों को बंद नहीं कराया गया, तो वे खुद कार्रवाई करेंगे.
30 मार्च से नवरात्रि शुरू हो रहा है और देवी मंदिरों में अभी से रंगाई-पुताई और सजावट का काम चल रहा है. ऐसे में VHP का कहना है कि श्रद्धालु जब मंदिर जाते हैं, तो रास्तों में मीट की दुकानें और उनके कचरे से वातावरण अशुद्ध हो जाता है.
VHP की चेतावनी अबकी बार हम खुद कराएंगे दुकानें बंद
VHP के जिलाध्यक्ष चंद्रमोहन बेदी ने कहा कि हर बार प्रशासन से अनुरोध किया जाता है, लेकिन मांस की दुकानें बंद नहीं होती. उन्होंने कहा कि अगर इस बार भी प्रशासन ने कदम नहीं उठाया, तो VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ता खुद दुकानों को बंद कराएंगे.
मंदिरों के रास्तों पर मांस का कचरा फैलाने का आरोप
VHP ने आरोप लगाया कि मंदिरों के रास्तों पर मीट की दुकानों से कचरा फेंका जाता है, जिससे श्रद्धालु अपवित्र महसूस करते हैं और विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है. संगठन ने इस समस्या को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है.
प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप
VHP ने प्रशासन पर भी निशाना साधा और कहा कि हर बार शिकायत के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते. संगठन ने कहा कि इस बार प्रशासन को स्पष्ट निर्देश देने होंगे कि नवरात्रि के दौरान मांस की दुकानें पूरी तरह से बंद रहें.
अब प्रशासन का रुख क्या होगा?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रशासन इस मांग पर क्या कार्रवाई करता है. क्या सरकारी आदेश के तहत दुकानों को बंद किया जाएगा, या फिर VHP और बजरंग दल को खुद कदम उठाने पड़ेंगे?