
प्रयागराज के गंगापार में मंगलवार को 21 साल की एक लड़की की लाश पेड़ से लटकी हुई मिली थी. इस घटना के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. इस बीच मृतका की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी आ गई है जिसमें मौत की वजह हैंगिंग बताई गई है. लेकिन परिवार के मुताबिक, बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती. उनका कहना है कि हत्या कर के उसके शव को पेड़ से लटकाया गया है. फिलहाल, पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी हुई है. मामले में चार लोगों को अरेस्ट किया गया है.
आपको बता दें कि प्रयागराज के मऊ आइमा इलाके की लड़की की लाश घर से 7-8 किमी दूर एक पेड़ से लटकी मिली थी. मृतका BA की छात्रा थी. उसका शव करीब 17 फीट ऊंचाई पर पेड़ से लटका हुआ था. गले में दुपट्टे का फंदा था. आंखें डैमेज थीं. जब आसपास के लोगों ने पेड़ से लटकी लाश देखी तो सहम गए.
उन्होंने फौरन पुलिस को सूचना दी. कुछ ही देर में परिजन भी स्पॉट पर पहुंच गए. लोगों की भीड़ जमा हो गई. ग्रामीणों के आक्रोश के चलते बॉडी को उतारने में घंटों लग गए. पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर लाश को पेड़ से उतारा जा सका.
इस घटना के बाद कई सवाल उठ रहे हैं. आखिर लड़की अपने घर से 7-8 किलोमीटर दूर जाकर आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाएगी, जबकि उस वक्त उसके घर में कोई नहीं था. पुलिस शुरू में इसको आत्महत्या मानकर जांच कर रही थी. जबकि, परिजन इसे हत्या बता रहे हैं. वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि युवती की आंख बाहर निकली हुई थी. शरीर पर चोट के निशान भी थे.
मामले में गांव के ही चार लोगों को अरेस्ट किया गया है. एक संदिग्ध को घटनास्थल से पकड़ा गया है. पुलिस ने जिसे अरेस्ट किया है, कहा जा रहा है वो काफी दिनों से मृतका को परेशान कर रहा था. हालांकि यह सब जांच का विषय है. इस एंगल पर भी पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है. लेकिन पुख्ता तौर पर अभी कुछ नहीं बोल रही है. मामला बढ़ता देख पुलिस ने जांच और तेज कर दी है.
उधर, पीड़ित परिवार को आश्वासन देने पहुंचे अपना दल के पूर्व विधायक जमुना प्रसाद ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से 25 लाख रुपये, डीएम राहत कोष से 10 लाख रुपये दिए जाएं. इसके अलावा दो बीघे जमीन का पट्टा, परिवार के दो लोगों के लिए शस्त्र लाइसेंस, साथ ही थाना अध्यक्ष की भूमिका को संदिग्ध देखते हुए उनको निलंबित किया जाए.