
समाजवादी पार्टी (सपा) ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह को निष्कासित कर दिया है. समाजवादी पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद ऋचा सिंह ने बड़ा बयान दिया है. ऋचा सिंह ने सीधे तौर पर अपने निष्कासन को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य और अखिलेश यादव पर निशाना साधा.
ऋचा सिंह ने कहा कि प्रभु श्रीराम इस देश की मर्यादा हैं और श्रीरामचरित मानस के खिलाफ स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी बर्दास्त के लायक नहीं है, स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का विरोध करना उन्हें भारी पड़ा है. ऋचा सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी अब लोहिया जी की विचारधारा से भटक चुकी है.
ऋचा सिंह ने कहा कि जिस तरह से समाजवादी स्वामी प्रसाद मौर्य को खुली छूट दी गई है, इससे साफ है कि अगर आज लोहिया जी और जयप्रकाश होते तो उन्हे भी समाजवादी पार्टी बाहर कर दी होती. ऋचा सिंह ने कहा कि वह महिला हैं और सवर्ण बिरादरी से आती हैं, शायद यही कारण है कि विवादित टिप्पणी के खिलाफ खड़े होने का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है.
ऋचा सिंह ने ये भी आरोप लगाया है कि उन्हें सपा के कुछ नेताओं द्वारा धमकियां दी जा रहीं हैं, इस पर अखिलेश यादव को संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि यह दूसरा गेस्ट हाउस कांड बनाने की कोशिश उनके कार्यकर्ताओ द्वारा किया जा रहा है, जिसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए वह तैयार हैं.
इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह ने प्रयागराज पश्चिम विधानसभा से 2017 और 2022 का विधान सभा चुनाव समाजवादी पार्टी से लड़ा था. आरोप है कि चुनाव में हार के बाद वह लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रही थीं.