
क्या लखपति दीदी योजना लोकसभा चुनाव में गेम चेंजर (Game Changer) साबित हो सकती है? यह योजना वास्तव में महिलाओं के लिए स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम है. इसके तहत महिलाओं को स्किल ट्रेनिंग देकर उन्हें पैसा कमाने के योग्य बनाया जाता है. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2023 को लाल किले से लखपति दीदी की बात की थी. इसके बाद बीजेपी ने लखपति दीदी के साथ सेल्फी का अभियान भी चलाया था.
प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान के बाद लखपति दीदी योजना को लेकर स्वयंसहायता समूह की महिलाओं में उत्साह नजर आ रहा है. इधर, सेल्फ हेल्प ग्रुप्स की महिलाओं की आय बढ़ी है और अब और ज्यादा महिलाओं को 'लखपति दीदी' अभियान के साथ जोड़ा जा रहा है. चाहे ड्रोन उड़ाने वाली लखपति दीदी हो या सिलाई कढ़ाई का काम करने वाली लखपति दीदी.
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स्वयं सहायता समूह की हर महिला में अब 'लखपति दीदी' बनने की ललक है. लखनऊ में महिलाओं को आत्मनिर्भर और लखपति दीदी बनाने के लिए ट्रेनिंग सेंटर की शुरुआत हुई है. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल विकास के तहत ट्रेनिंग दी गई है. इससे अब ये महिलाएं अपना काम कर सकती हैं. महिलाएं लखपति दीदी बनकर आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं. ऐसे ही सिलाई प्रशिक्षण केंद्र में आई महिलाएं न सिर्फ खास साड़ियों में दिखीं, बल्कि उनका कहना था कि वो प्रधानमंत्री का धन्यवाद देने के लिए इस खास परिधान में आई हैं.
साड़ियों पर लिखा था- 'अबकी बार 400 पार'
साड़ियों पर 'अबकी बार 400 पार' लिखा था और पीएम मोदी की तस्वीर भी बनी थी. बीजेपी की महिला कार्यकर्ताओं का कहना था कि देश भर में 9 करोड़ से ज्यादा महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं. ऐसे में उनकी आय बढ़ा कर उनको लखपति दीदी बनाया जाएगा. वहीं, ऐसी महिलाएं भी हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री आवास का लाभ मिला है, जिसके लिए 2.5 लाख रुपए दिए गए हैं. ऐसी महिलाओं को भी लखपति दीदी कहा गया. महिलाओं का कहना था कि योजनाओं का लाभ उनके नाम से मिला है.
योजना के लिए यह पात्रता और दस्तावेज होने चाहिए
इस योजना का लाभ लेने के लिए महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जुड़ा होना चाहिए. महिला आवेदक की उम्र 18 से 50 साल के बीच होनी चाहिए. उसकी वार्षिक आय सालाना 3 लाख रुपये से कम होनी चाहिए. इस योजना के लिए जरूरी दस्तावेजों में आधार कार्ड, राशन कार्ड, बैंक पासबुक, स्वयं सहायता समूह का सदस्यता प्रमाण पत्र, मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी और पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ होने चाहिए.
ऐसे उठा सकते हैं योजना का लाभ
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको अपने क्षेत्र के स्वयं सहायता समूह के केंद्र में जाना होगा. यहां आपकी एप्लीकेशन और बिजनेस प्लान तैयार होगा. इसके बाद दस्तावेजों के साथ अपना आवेदन स्वयं सहायता समूह के कार्यालय में जमा करना होगा. एप्लीकेशन रिव्यू करने के बाद सरकार के पास बढ़ा दिया जाएगा. सरकार के रिव्यू में पास होने पर आपको लोन के लिए कॉन्टेक्ट किया जाएगा.
इस तरह के काम की मिलती है ट्रेनिंग
इस योजना के तहत फाइनेंशियल लिट्रेसी वर्कशॉप्स, सेविंग्स इन्सेंटिव्स, माइक्रोक्रेडिट सुविधाएं, स्किल डेवलपमेंट और वोकेशनल ट्रेनिंग, एंटरप्रेन्योरशिप सपोर्ट, इश्योरेंस कवरेज, डिजिटल फाइनेंशियल इंक्लूजन, इंपॉवरमेंट और कॉन्फिडेंस बिल्डिंग के काम सिखाए जाते हैं.
3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चुनावी साल में देश का अंतरिम बजट पेश करते हुए 1 फरवरी 2024 को भाषण में कहा था कि लखपति दीदी को बढ़ावा दिया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि करीब एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं. अभी मौजूदा 2 करोड़ लखपति दीदी का लक्ष्य बढ़ाकर 3 करोड़ किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि लखपति दीदी से आत्मनिर्भरता आई है.