
केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को वर्कप्लेस (कार्यालय) पर ही योग करने का आदेश दिया है. इसको लेकर संभल के एसपी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क भड़क गए हैं. सांसद का कहना है कि योग करना तो ठीक है. मगर, योग करना है, तो सभी लोग अपने घरों से योग करके आए. ऑफिस में योग नहीं, बल्कि देश का काम होगा.
'आजतक' की टीम से बात करते हुए एसपी सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि जहां तक योग का ताल्लुक है, तो योग करना ठीक है. वह कोई मजहबी काम नहीं है. किसी भी कौम या बिरादरी के लोग अपनी सेहत और अपनी भलाई के लिए ही योग करते हैं.
ऑफिस में योग होगा या देश का काम?
लोग योग करें, इससे कौन इनकार कर रहा है. मगर, इसके लिए किसी भी प्रकार का कानून बनाना या लोगों को मजबूरन योग करना ठीक नहीं है. सभी लोग अपने घरों पर ही योग करके आए, क्योंकि ऑफिस में योग होगा या देश का काम होगा?
देश के कमियों पर ध्यान नहीं दे रही सरकार
सरकार को इस देश में जो कमियां हैं, उस पर ध्यान देना चाहिए. लोग भूखे मर रहे हैं, लोगों को इंसाफ नहीं मिल रहा है और सरे बाजार कत्ल हो रहे हैं. सरकार यह चीजें देखने के बजाय योग देख रही है. इसलिए, अगर लोगों को योग करना है, तो अपने घर पर करें. यह काम ऑफिस में करने का नहीं है.
आज तक नहीं सुना है ऑफिस में किया गया हो योग
सांसद शफीकुर्रहमान ने आगे कहा कि जहां तक स्ट्रेस दूर होने की बात है, तो यह ठीक है. मगर, हमें भी काम करते हुए जमाने गुजर गए, लेकिन हमने आज तक कभी नहीं सुना है कि योग ऑफिस में किया गया हो. आदमी को योग सुबह करना चाहिए, ताकि ऑफिस में वह फ्रेश होकर अपना काम कर सके और शाम को वापस अपने घर आ जाए.