
सुल्तानपुर डकैती कांड में शामिल एक और आरोपी अनुज प्रताप सिंह को यूपी STF ने मुठभेड़ में मार गिराया. इससे पहले STF ने डकैती कांड में मंगेश यादव को ढेर किया था. हालांकि, मंगेश की तरह ही अनुज के एनकाउंटर पर सवाल उठ रहे हैं. परिजनों के साथ-साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव समेत कई विपक्षी नेताओं ने पुलिस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है.
अनुज के परिजनों ने उठाए सवाल
इस बीच बेटे अनुज प्रताप सिंह का शव लेने अमेठी से उन्नाव पहुंचे धर्मराज सिंह ने कहा कि उनका बेटा सूरत में था. कुछ दिन पहले पुलिस ने घर आकर बताया कि अनुज सुल्तानपुर डकैती में शामिल है, उसकी खोजबीन चल रही है. जब बेटा नहीं मिला तो पुलिस मुझे उठा ले गई. 16 दिन तक थाने में बैठाए रखा. अनुज के बारे में पूछताछ करती रही. आखिर में छोड़ दिया. मेरा बेटा राजनीती का शिकार हुआ है. उसके ऊपर सिर्फ एक-दो मुकदमा ही था, जबकि जिन लोगों पर 35-40 मुकदमे हैं वो खुले घूम रहे हैं. बेटे को सुधरने का एक मौका जरूर देना चाहिए था.
इससे पहले एनकाउंटर में मारे गए अनुज प्रताप सिंह के पिता ने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साधा. बकौल धर्मराज सिंह- अब एक ठाकुर का एनकाउंटर हो गया, उनकी इच्छा की पूर्ति हो गई. सरकार का क्या है, जो चाहे कर सकती है. हम क्या कह सकते हैं, हमारा बेटा तो चला गया.
वहीं, अनुज की बहन ने कहा कि मेरा भाई राजनीति का शिकार हो गया. ठाकुरों को मरवा के अखिलेश यादव के कलेजे को ठंडक मिल गई. इसकी जांच की जाए, ताकि फिर किसी के साथ ऐसा ना हो. पुलिस ज्यादा मुकदमे वालों का एनकाउंटर नहीं कर रही.
उधर, स्थानीय लोगों ने बताया कि अनुज के पिता धर्मराज सिंह पेशे से किसान हैं. अनुज प्रताप उनका सबसे बड़ा बेटा था. इसके बाद एक बेटी है जो बीएससी की पढ़ाई कर रही है और एक बेटा है जो 11वीं में पढ़ रहा है. धर्मराज के मुताबिक, साल 2023 में अनुज ने अमेठी के तिलोई से बीए की पढ़ाई पूरी की थी. जून 2024 को अनुज एक केस के सिलसिले में सूरत (गुजरात) गया था तब से घर नहीं लौटा.
किसी का भी फर्जी एनकाउंटर नाइंसाफी: अखिलेश
अनुज सिंह के एनकाउंटर पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का रिएक्शन सामने आया है. उन्होंने अनुज के एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए कहा कि किसी का भी इस तरीके से एनकाउंटर नाइंसाफी है. सपा मुखिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि सबसे कमजोर लोग एनकाउंटर को अपनी शक्ति मानते हैं.
अखिलेश ने लिखा कि हिंसा और रक्त से यूपी की छवि को धूमिल करना प्रदेश के भविष्य के खिलाफ एक बड़ा षड़यंत्र है. वहीं, सीएम योगी पर निशाना साधते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि आज के सत्ताधारी जानते हैं कि वो भविष्य में फिर कभी वापस नहीं चुने जाएंगे. इसीलिए वो जाते-जाते यूपी में ऐसे हालत पैदा कर देना चाहते हैं कि यूपी में कोई प्रवेश-निवेश ही न करे. जिनका खुद का कोई भविष्य नहीं होता, वही भविष्य बिगाड़ते हैं. यूपी की जागरूक जनता ने जिस तरह लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराया है, भाजपाई उसी का बदला ले रहे हैं.
क्या बोले सीएम योगी?
अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर पर सपा प्रमुख के बयान के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में व्यापारी की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकता है. अगर कोई ऐसा करेगा तो इसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ेगा.
कहां हुआ था अनुज का एनकाउंटर?
सुल्तानपुर में ज्वेलर्स की दुकान में 28 अगस्त को डकैती डालने वाले अनुज प्रताप सिंह को एसटीएफ ने सोमवार तड़के उन्नाव के अचलगंज में एनकाउंटर में ढेर कर दिया. जबकि, अनुज का दूसरा भागने में कामयाब रहा. डकैती का जो वीडियो पुलिस ने जारी किया था, उसमें दिखाई दे रहा था कि शोरूम के अंदर सबसे पहले अनुज ही घुसा था. उसी ने सबसे पहले दुकान के अंदर बैठे दुकानदार भरत सोनी और उसके बेटे को पिस्तौल तानकर धमकाया था.
अनुज प्रताप सिंह गैंग सरगना विपिन सिंह का सबसे करीबी था. गुजरात में पड़ी डकैती में भी विपिन सिंह के साथ अनुज प्रताप सिंह शामिल था. हालांकि, विपिन सरेंडर कर जेल में बंद है. उसके ऊपर दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं.
फिलहाल, धर्मराज सिंह अपने बेटे अनुज का शव लेकर एम्बुलेंस से अमेठी के लिए रवाना हो गए. उन्नाव में शव का पोस्टमार्टम किया गया. इस दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा. अमेठी के मोहनगंज में भी अनुज के निवास पर फोर्स तैनात की गई है. पुलिस सुरक्षा में अंतिम संस्कार किया जाएगा.