
यूपी में आगामी निकाय चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर बीजेपी तैयारियों में जुटी है. यूपी में जमीन तैयार करने के साथ ही बीजेपी राहुल गांधी पर ओबीसी समुदाय के अपमान के मुद्दे को भुनाने के लिए तैयार है. बीजेपी के ओबीसी मोर्चा ने रणनीति तैयार की. जिसके जरिए कार्यकर्ता 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक अभियान चलाएंगे और घर-घर जाकर राहुल गांधी पर ओबीसी समाज के अपमान का आरोप लगाते हुए संदेश देगी.
राहुल गांधी ने 2019 में मोदी सरनेम को लेकर बयान दिया था. लेकिन अब इसके दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं. कोर्ट ने भी अपना फैसला सुना दिया है, राहुल गांधी की संसद की सदस्यता भी छिन चुकी है और अब मामला आगे बढ़ गया है.
बीजेपी अब राहुल गांधी पर ओबीसी समुदाय के अपमान का आरोप लगा इस मुद्दे को उत्तर प्रदेश के गांव-गांव में जाकर भुनाने की तैयारी कर रही है. गांवों और शहरों के करीब 20 हजार घरों में बीजेपी का ओबीसी मोर्चा यह संदेश देने जा रहा है कि राहुल गांधी ने ओबीसी समुदाय का अपमान किया है. निशाने पर राहुल गांधी के साथ ही अखिलेश यादव, मायावती समेत अन्य नेता भी होंगे.
बीजेपी के ओबीसी मोर्चा द्वारा शुरू किए जा रहे अभियान को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने आजतक से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस व सपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के बारे में अब कोई भी चर्चा नहीं कर रहा है क्योंकि कांग्रेस पार्टी खत्म हो चुकी है. जनता राहुल गांधी के बारे में बहुत जागरूक है, उन्हें पता है कि क्या हुआ है. आने वाले चुनावों में लोग कांग्रेस और सपा को करारा जवाब देंगे.
6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक जारी रहेगा अभियान
वहीं ओबीसी मोर्चा की योजना के बारे में बात करते हुए यूपी बीजेपी प्रवक्ता हीरो वाजपेयी ने कहा कि ओबीसी मोर्चा 6 अप्रैल से 14 अप्रैल तक उत्तर प्रदेश में 'चलो घर घर चलो' नाम से एक अभियान शुरू करने जा रहा है. उत्तर प्रदेश के सभी 6 क्षेत्रों में इसकी शुरुआत होने जा रही है. घर-घर जाकर पिछड़े समाज को मोदी योगी सरकार की उपलब्धियों से अवगत कराया जाएगा.
उन्होंने आगे बताया कि ओबीसी का अपने शब्दों से अपमान करना कांग्रेस पार्टी का चलन बन गया है. मोदी सरनेम पर राहुल गांधी की टिप्पणी को कोर्ट ने बड़ी सजा सुनाई है. राहुल गांधी का अहंकार कम होने का नाम नहीं ले रहा है, वह माफी मांगने को तैयार नहीं हैं. हमारे कार्यकर्ता घर घर जाकर लोगों को यह भी बताएंगे कि कैसे अखिलेश और मायावती ने जाति की राजनीति के चलते पिछड़ों का अपमान किया है.'
राहुल के साथ विपक्षियों पर निशाना
बता दें कि बीजेपी का ओबीसी मोर्चा न सिर्फ राहुल गांधी को घेरेगा बल्कि अखिलेश यादव, मायावती और जयंत चौधरी को लेकर भी रणनीति तैयार की गई है. राहुल गांधी को विपक्ष का समर्थन मिलने से बीजेपी भी विपक्षी पार्टियों को घेरने की तैयारी कर रही है. अखिलेश यादव को लेकर एक रणनीति है कि चुनाव में जातिगत जनगणना आदि मुद्दों की बात करते हैं, लेकिन चुनाव होते ही चुप्पी साध लेते हैं.
कांग्रेस ने बीजेपी के अभियान पर उठाए सवाल
वहीं कांग्रेस अब इस कवायद की मंशा पर सवाल उठा रही है. आजतक से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि क्या बीजेपी ओबीसी के नाम पर ललित मोदी और नीरव मोदी जैसे भगोड़ों को बचाना चाहती है. बीजेपी को पहले बताना चाहिए कि पिछड़ों के नाम पर इन भगोड़ों को बचाने से और अडानी के रिश्तों को बचाने से मोदी को क्या फायदा है?
पिछड़े वोटरों को साधने में जुटी बीजेपी
गौरतलब है कि बीजेपी 2014 से उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी मजबूत है. पिछले 4 चुनावों में पार्टी को ओबीसी वोटों का व्यापक फायदा हुआ है. पार्टी ने यूपी में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए कई कार्यक्रम और जमीनी स्तर पर कवायद शुरू कर दी है और साथ ही अब ओबीसी तुष्टीकरण की राजनीति के लिए राहुल गांधी और अखिलेश यादव को निशाने पर लेकर फिर से पिछड़े वोटरों में विश्वास हासिल करने की कोशिश कर रही है.