
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को बीठूर महोत्सव में स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत और भारतीयता से नफरत करने वाले लोगों के लिए इस देश में स्थान नहीं हो सकता. मुख्यमंत्री ने कहा, "जो लोग देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों और महान पुरूषों का सम्मान नहीं कर सकते, वे इस देश और इस समाज का हिस्सा नहीं हो सकते." उन्होंने कहा कि विदेशी आक्रांताओं को आदर्श मानने वालों को सोचने की जरूरत है.
योगी आदित्यनाथ ने उन लोगों की आलोचना की, जिन्होंने ऐतिहासिक रूप से भारत की आस्था, संस्कृति और मान को उनके मुताबिक, नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने बताया कि आक्रांताओं और उन विदेशी हमलावरों को आइकन बनाना देश के विमर्श का हिस्सा नहीं होना चाहिए.
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आक्रांताओं को आदर्श मानने वालों को सोचने की जरूरत!
मुख्यमंत्री ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुभिंटो के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि इंडोनेशिया अगर दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम बहुल देश होते हुए भी भारतीयता को अपने अस्तित्व का हिस्सा मानता है, तो भारत में विदेशी आक्रांताओं को आदर्श मानने वालों के लिए यह एक सोचने वाली बात है.
योगी आदित्यनाथ ने भारत के महान योद्धाओं जैसे छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप और गुरु गोविंद सिंह की प्रशंसा की और कहा, "इन महान योद्धाओं का सम्मान करना और उनकी कोशिशों को समझना जरूरी है ताकि भारत का गौरव बढ़ सके."
नानाजी राव पेशवा की जयंती पर कार्यक्रम में सीएम हुए शामिल
बता दें कि कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी नानाजी राव पेशवा की जयंती के मौके पर युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत 1,302 उद्यमियों को 5.42 करोड़ रुपये का लोन वितरित किया गया. 329 नव नियुक्त आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नियुक्ति पत्र दिए गए और मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के तहत 127 लाभार्थियों को 6.35 करोड़ रुपये की सहायता दी गई.
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सीएम आदित्यनाथ ने बीठूर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि यह भूमि भारत की आध्यात्मिक धरोहर का प्रतीक है. वे दिन याद करते हुए जब स्वतंत्रता सेनानी नानाजी पेशवा ने यहां से 1857 की रणनीति बनाई थी, और रानी लक्ष्मीबाई ने इसी जमीन पर युद्ध कला सीखी थी.