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'मिट्टी में मिला देंगे...', CM Yogi के बयान पर सपा सांसद बर्क बोले- इससे झलकता है गुरूर

प्रयागराज में हुई उमेश पाल की हत्या के बाद सख्त रुख अख्तियार करते हुए शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे. उनके इस बयान पर समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने ऐतराज जताते हुए असंसदीय बताया है. साथ ही कहा है कि इससे गुरूर झलकता है.

सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा सांसद बर्क सीएम योगी आदित्यनाथ और सपा सांसद बर्क
अभिनव माथुर
  • संभल,
  • 26 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 5:22 PM IST

प्रयागराज में हुई उमेश पाल की हत्या से सियासी गलियारों में घमासान मचा हुआ है. विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावर है. समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए राज्य सरकार को घेर रही है तो सत्ता पक्ष आरोपियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दे रहा है. इसी क्रम में शनिवार को सदन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों के प्रति अपने तेवर और इरादे व्यक्त करते हुए कहा था कि माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे. 

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पढ़े-लिखे आदमी को ऐसी बात नहीं करनी चाहिए

सीएम योगी के इसी बयान पर संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ये असंसदीय शब्द हैं. पढ़े-लिखे आदमी को ऐसी बात नहीं करनी चाहिए. इससे गुरूर झलकता है. क्राइम कंट्रोल पर कहा कि देश को 50 दिनों में 50 लाख करोड़ का नुकसान हुआ है. इन माफियाओं पर कंट्रोल करने के लिए पॉलिसी बननी चाहिए.

कानून व्यवस्था को लेकर विधानसभा में सीएम का बयान

कानून व्यवस्था को लेकर शनिवार को विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जिस अतीक अहमद के खिलाफ पीड़ित परिवारों ने मुकदमा दर्ज कराया है. वो समाजवादी पार्टी के द्वारा पोषित माफिया है. माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे.

उन्होंने कहा कि हमने अतीक की कमर तोड़ने का काम किया है. सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये पेशेवर माफियाओं और अपराधियों के सरपरस्त हैं. इनके रग-रग में अपराध भरा हुआ है. पूरा प्रदेश इस बात को जानता है.

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समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा कि उस माफिया को आपने विधायक बनाया. बाद में सांसद बनाया. ये चोरी और सीनाजोरी करने का काम कर रहे हैं. माफिया किसी भी पार्टी का हो, हमारी सरकार उसकी कमर तोड़ने का काम करेगी.

पुलिस और एसटीएफ की 10 टीमें कर रहीं छापेमारी

गौरतलब है कि 25 जनवरी 2005 को धूमनगंज इलाके में बसपा विधायक राजू पाल की गोलियों से भूनकर बीच सड़क पर दौड़-दौड़ाकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने मामले में माफिया अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, दो बेटों, अतीक के भाई अशरफ और गुलाम हसन को नामजद किया गया. गुलाम हसन बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के महानगर अध्य्क्ष राहिल हसन का भाई है.

हमलावरों को पकड़ने के लिए यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने दिन-रात एक कर रखा है. पुलिस और एसटीएफ की 10 टीमें लगातार छापेमारी और चेकिंग कर रही हैं. प्रयागराज से बाहर जाने वाले रास्तों पर पुलिस विशेष चेकिंग अभियान चला रही है. इतना ही नहीं बीती रात प्रयागराज में संदिग्धों के ठिकानों पर रेड की गई. पुलिस दबाव के चलते हमलावर प्रयागराज छोड़कर न भाग जाएं, इसलिए जिले की सीमा पर भी चेकिंग चल रही है.

 

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