
संभल में हुई हिंसा पर यूपी सरकार के मंत्री नितिन अग्रवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सामने से जैसी पहल होगी, उसी भाषा में जवाब दिया जाएगा. ऐसे मामलों में पहले ही सख्त निर्णय लेने की आवश्यकता थी. 2017 के बाद से लगातार योगी सरकार कानून-व्यवस्था को ठीक करने का प्रयास कर रही है. उपद्रवी, दंगाई लोगों के पोस्टर चिपकाए गए, वसूली की गई. संभल में भी कार्रवाई हो रही है. नुकसान की वसूली शुरू होने वाली है.
मंत्री नितिन अग्रवाल ने 'आजतक' से बातचीत में कहा कि ऐसे लोग (उपद्रवी) जिन्हें लगता था कि वह कुछ भी करेंगे लेकिन कार्रवाई नहीं होगी, उनको एक मैसेज जाना चाहिए कि अब ऐसा नहीं चलेगा. जैसी पहल सामने से होगी, वैसा जवाब उन्हीं की भाषा में दिया जाएगा.
वहीं, सपा सांसद हरेंद्र मलिक के बयान पर नितिन अग्रवाल ने कहा कि उनकी टिप्पणी बहुत गैर जिम्मेदाराना है. वह मुजफ्फरनगर के सांसद हैं लेकिन शायद भूल गए हैं कि 2013 में उनकी ही सरकार में मुजफ्फरनगर में दंगा हुआ था. क्या उस वक्त भी पुलिस वालों ने दंगा कराया था या डीएम-एसपी ने भड़काया था. सपा सरकार में थी, दंगाइयों की संपत्ति क्यों नहीं जब्त की.
दरअसल, संभल मामले में हरेंद्र मलिक ने पुलिस-प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने लोगों को समझाने के बजाय, उकसाया, जब मजबूर होकर लोग सड़क पर उतरे तो उनपर बल प्रयोग किया, जिसमें कई लोग मारे गए.
उनके बयान पर मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा- पुलिस और प्रशासन लोगों की जान बचा रहे था, लेकिन ये लोग उनका मनोबल बढ़ाने के बजाय तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. मगर यह भूल गए हैं कि अब सपा सरकार नहीं है बीजेपी सरकार है.
वहीं, सपा नेता माता प्रसाद पांडे के बयान कि 'पुलिस दो असलहे रखती है- एक सरकारी और एक पर्सनल. पर्सनल वाले से फायरिंग करती है' पर नितिन अग्रवाल ने कहा- जब माता प्रसाद को इतना ही अविश्वास है यूपी पुलिस पर, तो उन्हें तुरंत अपनी पुलिस सुरक्षा को छोड़ देना चाहिए. सुरक्षा भी आप यूपी पुलिस से ले रहे हैं, सारी सुविधाएं भी पुलिस से ले रहे हैं और उसके बाद अविश्वास भी दिखा रहे हैं. सारी चीज एक साथ नहीं हो सकती. आप नेता प्रतिपक्ष हैं, जिम्मेदार पद पर हैं, आपको सोच विचार कर बोलना चाहिए.
बकौल मंत्री नितिन अग्रवाल- पुलिस हाथ पैर बांध कर बैठे क्या, सामने से फायरिंग होगी तो पुलिस गोली खाने के लिए थोड़ी है. जैसी पहल सामने से होगी उसी भाषा में वैसा ही जवाब दिया जाएगा. जो भी कार्रवाई पुलिस ने की है वह बिल्कुल सही है. आगे भी कोई ऐसी हिमाकत करेगा तो इससे भी कड़ी कार्रवाई होगी.