Advertisement

Meta ने वीडियो और लोकेशन के साथ भेजा अलर्ट, पुलिस 12 मिनट में 9KM दूर गांव में पहुंची और बचा ली युवक की जान

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में सोशल मीडिया प्लेटफार्म मेटा के अलर्ट सिस्टम और यूपी पुलिस की सतर्कता की वजह से  24 साल के युवक की जान बच गई. दरअसल, युवक ने इंस्टाग्राम पर लाइव करते हुए नींद की गोलियां खा ली थीं और वह जिंदगी खत्म करने की बातें कर रहा था. इसी के बाद मेटा की ओर से पुलिस मुख्यालय को वीडियो और लोकेशन भेजा गया.

Meta के अलर्ट के बाद पुलिस ने बचाई युवक की जान. (Photo: AI) Meta के अलर्ट के बाद पुलिस ने बचाई युवक की जान. (Photo: AI)
aajtak.in
  • शाहजहांपुर,
  • 16 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 9:27 AM IST

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में 24 साल के युवक ने नींद की गोलियां खाकर आत्महत्या की कोशिश की. युवक ने ये सब इंस्टाग्राम पर लाइव करते हुए किया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म मेटा की ओर से तुरंत यूपी पुलिस को अलर्ट भेजा गया और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई से युवक की जान बचा ली. पुलिस ने 12 मिनट के अंदर 9 किलोमीटर दूर गांव में पहुंचकर युवक को अस्पताल पहुंचाया.

Advertisement

एजेंसी के अनुसार, भूड़िया गांव के रहने वाले 24 साल के युवक ने गुरुवार की रात इंस्टाग्राम पर लाइव किया और नींद की गोलियां खाते हुए बात करने लगा. इस वीडियो को लेकर मेटा के सोशल मीडिया सेंटर ने अलर्ट दिया और तुरंत यूपी पुलिस मुख्यालय को मामले के बारे में सूचना दी.

मेटा ने वीडियो और लोकेशन के साथ यह अलर्ट रात 11:05 बजे पुलिस को भेजा. इसके बाद पुलिस मुख्यालय की ओर से शाहजहांपुर पुलिस को यह सूचना रात 11:17 बजे मिली. सूचना मिलते ही तुरंत एक्शन लेते हुए स्थानीय कटरा पुलिस की टीम 9 किलोमीटर दूर भूड़िया गांव महज 12 मिनट में पहुंच गई.

यह भी पढ़ें: Dholpur: गैंगरेप के बाद शादीशुदा महिला ने किया सुसाइड, आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने बनाई टीमें

इस बारे में एसपी राजेश एस ने बताया कि कि गूगल ने इस रूट के लिए 16 मिनट का अनुमान दिया था, लेकिन हमारी टीम इससे पहले ही पहुंच गई. पुलिस ने मौके पर युवक को बेहोशी की हालत में पाया. तुरंत उसे कटरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में ले जाया गया, जहां समय पर इलाज के बाद उसे बचा लिया गया. इलाज के बाद युवक को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

Advertisement

पुलिस के मुताबिक, युवक अपने माता-पिता की डांट-फटकार की वजह से परेशान हो गया था, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया. पुलिस ने युवक और उसके परिवार को काउंसलिंग की सलाह दी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो. इस मामले में मेटा द्वारा समय पर पुलिस को सूचना देने की भूमिका महत्वपूर्ण रही. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के रियल-टाइम अलर्ट सिस्टम और पुलिस की सतर्कता की वजह से एक युवक की जान बच गई.

नोट:- (यदि आपके या किसी परिचित के मन में खुदकुशी का ख्याल आता है तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी. विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखें जान है तो जहान है.)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement