
अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहने वाले बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने बॉलीवुड मूवी छावा पर विवादित टिप्पणी की है. उन्होंने कहा है कि छावा मूवी देखकर नौजवान उत्तेजित हो जाते हैं. इसी वजह से नागपुर का दंगा हुआ है. छावा फिल्म इस दंगे की मुजरिम है. इसीलिए इस फिल्म पर रोक लगाई जाए.
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि इस बाबत मैंने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. छावा फिल्म के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, लेखक आदि के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. इस फिल्म ने औरंगजेब बादशाह की तस्वीर इस तरह से पेश की है जिससे हिंदू नौजवान उत्तेजित हो रहे हैं. ये तमाम चीजें हेट स्पीच के दायरे में आती हैं.
बकौल मौलाना शहाबुद्दीन- हेट स्पीच पर कोर्ट ने एक आदेश भी दिया है. सभी को उसपर अमल करना चाहिए. अब गृहमंत्री जी इस फिल्म पर पाबंदी लगाएं. यदि फिल्म ऐसे ही चलती रही तो देश में और इस तरह की घटना हो सकती है. अमन-शांति के लिए पाबंदी जरूरी है.
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने आगे कहा कि मैंने अपने पत्र में यह भी स्पष्ट किया है कि भारत का मुसलमान औरंगजेब को एक बादशाह मानता है, ना कि अपना रहनुमा. लेकिन कुछ हिंदूवादी संगठन युवाओं को भड़काने का कार्य कर रहे हैं और उत्तेजना फैला रहे हैं. भारत सरकार को चाहिए कि चाहे हिंदू हो या मुसलमान हो उसपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे. मै गृहमंत्री से गुजारिश करूंगा फिल्म छावा पर प्रतिबंध लगाएं. यदि प्रतिबंध लगता है तो बहुत बड़ा काम होगा.
बता दें कि बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन ने इससे पहले रोज़े को लेकर क्रिकेटर मोहम्मद शमी पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि रमजान में रोजा ना रखकर शमी ने अपराध किया है. उन्हें खुदा से माफी मांगनी चाहिए. मौलाना के इस बयान पर काफी बवाल हुआ था.