दलित सांसद रामजी सुमन के घर पर हमला हुआ है. यह घटना तब हुई जब मुख्यमंत्री वहीं मौजूद थे. इस घटना को निंदनीय और दुखद बताया गया है. मुख्यमंत्री की सहमति और जानकारी के बिना यह हमला कैसे संभव है, इस पर सवाल उठाए गए हैं. जीरो टॉलरेंस की नीति पर भी सवाल खड़े किए गए हैं.