हाथरस में पिछले साल 2 जुलाई को हुए सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी. न्यायिक आयोग की रिपोर्ट में भोले बाबा को क्लीन चिट दी गई है, जबकि पुलिस और आयोजकों को जिम्मेदार ठहराया गया है. विपक्षी दल इस रिपोर्ट पर सवाल उठा रहे हैं और उत्तर प्रदेश सरकार को घेर रहे हैं. विपक्ष का कहना है कि जिस बाबा के नाम पर इतना बड़ा आयोजन हुआ, उसे क्लीन चिट कैसे दी जा सकती है. घटना की जिम्मेदारी को लेकर प्रशासन, आयोजक और संस्थान की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं.