महाकुंभ 2025 में 66.3 करोड़ श्रद्धालुओं की उपस्थिति के बावजूद यह आंकड़ा विश्व रिकॉर्ड के रूप में मान्यता नहीं प्राप्त कर सका. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इस मेले को गंगा सफाई अभियान, सामूहिक झाड़ू लगाना और हैंड प्रिंट पेंटिंग के लिए तीन अन्य रिकॉर्ड दिए. देखें.