महाकुंभ में वीआईपी नेताओं और आम जनता के बीच व्यवहार में अंतर देखा गया. जहां बीजेपी एमएलसी विनीत सिंह को विशेष सुविधाएं मिलीं, वहीं आम श्रद्धालुओं को भारी भीड़ और यातायात जाम का सामना करना पड़ा. यह स्थिति सरकार के समान व्यवहार के दावों पर सवाल खड़े करती है. देखें.