
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर से जिस रात हैवानियत हुई उस रात हॉस्पिटल से पीड़िता के परिजनों को कॉल कर घटना की जानकारी दी गई थी. हालांकि कॉल पर यह नहीं बताया गया था कि असली घटना क्या है, लेकिन इसकी सूचना दी गई थी. आरजी कर अस्पताल से पीड़िता के घर पर कॉल किया गया था जिसका ऑडियो सामने आया है. आरजी कर से एक महिला कॉल करती है और पीड़िता के माता-पिता से जल्दी अस्पताल आने को कहती है. महिला कहती है कि कृपया जल्दी से अस्पताल आएं, क्योंकि आपकी बेटी की तबियत ठीक नहीं है. दूसरी कॉल में वह कहती है कि आपकी लड़की ने शायद आत्महत्या कर ली है या मर गई है. हम सब यहीं हैं, पुलिस भी है.
बातचीत के प्रमुख अंश...
असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट- उनकी तबीयत खराब है, क्या आप तुरंत आ सकते हैं?
पिता- क्यों क्या हुआ?
असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट - उसका तबीयत खराब है. हम उसे एडमिट कर रहे हैं, क्या आप तुरंत आ सकते हैं?
पिता- बताओ क्या हुआ?
असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट - वो तो डॉक्टर बताएंगे आप आएंगे तो. हमने आपका नंबर ढूंढ कर फोन किया क्योंकि घर वाले हैं,
दूसरी कॉल
असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट - उसकी हालत बहुत खराब है, जितनी जल्दी हो सके आइए.
पिता - मुझे बताओ क्या हुआ?
असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट - वह तो डॉक्टर बताएंगे. आप थोड़ा जल्दी यहां आ जाइए.
पिता- आप कौन बोल रहे हैं?
असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट - मैं असिस्टेंट सुपर बोल रही हूं. मैं डॉक्टर नहीं हूं.
पिता- वहां कोई डॉक्टर नहीं है?
तीसरी कॉल
असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट - शायद उसने आत्महत्या कर ली हो. मर चुकी है. पुलिस भी है. हम अस्पताल में सबके सामने हैं. फोन कर रहे हैं.
क्या हुआ था उस रात?
9 अगस्त को तड़के कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ दुष्कर्म कर उनकी हत्या कर दी गई थी. घटना के बाद, संजय रॉय की गिरफ्तारी और उससे हुई पूछताछ में कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए हैं. वारदात के बाद संजय रॉय ने जो किया, उसने पुलिस को कई सवालों में उलझा दिया है, पूछताछ के बाद सामने आई जानकारी के मुताबिक, वारदात के बाद संजय रॉय सीधे फोर्थ बटालियन गया और वहां जाकर सो गया. 10 अगस्त की सुबह जब वह उठा, तो उसने फिर से शराब पी और वापस सो गया. पुलिस को शक होने पर उन्होंने अस्पताल के सेमिनार हॉल के आसपास के तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इन फुटेज में संजय रॉय की गतिविधियों के साथ-साथ अन्य लोगों की भी पहचान की गई.
संदीप घोष की बढ़ी मुश्किलें
इस मामले में कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. सीबीआई के बाद अब ईडी भी संदीप घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितताओं की जांच करेगी. बता दें कि ईडी ने सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ही ईसीआर दर्ज की है.
पहले भी पूछताछ कर चुकी है CBI
इससे पहले कोलकाता रेप-मर्डर मामले और आरजी कर हॉस्पिटल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए सीबीआई की टीम अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के घर जाकर पूछताछ कर चुकी है. इसके अलावा, चार और ठिकानों पर भी सीबीआई की एंटी-करप्शन ब्रांच छापेमारी कर चुकी है. इनमें आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के फोरेंसिक मेडिसिन एवं टॉक्सिकोलॉजी के डेमोस्ट्रेटर डॉ. देबाशीष सोम का घर भी शामिल था.
तीन टीमों ने दी थी आवास पर दबिश
हाल ही में सीबीआई की एक टीम डॉ. संदीप घोष के आवास पर पहुंची थी तो, दूसरी टीम आरजी कर में फोरेंसिक मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. देबाशीष सोम के आवास पर और तीसरी टीम आरजी कर अस्पताल के पूर्व एमएसवीपी संजय वशिष्ठ के आवास पर पहुंची थी. सीबीआई की एंटी-करप्शन ब्रांच ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रशासनिक ब्लॉक में पहुंचकर छानबीन की थी.