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कोलकाता कांड में अनोखा विरोध, रीढ़ की हड्डी लेकर CP से मिलने पहुंचे डॉक्टर

मंगलवार को जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल ने अतिरिक्त पुलिस आयुक्त से मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने अनोखे अंदाज में पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया. पुलिस से मुलाकात के दौरान जूनियर डॉक्टर सांकेतिक रीढ़ की हड्डी लेकर पहुंचे थे, जिसकों उन्होंने पुलिस आयुक्त सामने रख दिया है और उनके इस्तीफे की मांग करते हुए एक ज्ञापन सौंपा

पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपता डॉक्टर. पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपता डॉक्टर.
राजेश साहा
  • कोलकाता,
  • 04 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 12:24 PM IST

आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में ट्रेनी डॉक्टर रेप और मर्डर मामले में धरने पर बैठे जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को पुलिस आयुक्त विनित कुमार गोयल से मुलाकात की है. जूनियर डॉक्टरों ने इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए अनोखे अंदाज में विरोध किया है.

दरअसल, पुलिस आयुक्त से मुलाकात के दौरान जूनियर डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल सांकेतिक रीढ़ की हड्डी लेकर पहुंचा था, जिसे उन्होंने आयुक्त के सामने रखा दिया. इससे मालूम होता है कि डॉक्टर्स पुलिस से अपनी कार्रवाई में रीढ़ की हड्डी विकसित करने की गुहार लगा रहे हैं. डॉक्टरों द्वारा किए गए इस अनोखे विरोध की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.

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प्रतिनिधिमंडल ने CP को सौंपा ज्ञापन

पुलिस आयुक्त से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपने से पहले डॉक्टर से रेप और हत्या मामले की जांच में गड़बड़ी के लिए उनका इस्तीफे की मांग की गई थी.

सोमवार को दोपहर लगभग 2 बजे जूनियर डॉक्टरों के एक ग्रुप ने विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग करते हुए लालबाजार में मार्च करते हुए प्रदर्शन किया. पुलिस के द्वारा रोके जाने के बाद डॉक्टरों ने लगभग 24 घंटे तक अपना प्रदर्शन जारी रखा, लेकिन बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को बेंटिक स्ट्रीट की ओर जाने की मंजूरी दे दी और बैरिकेड्स को हटा दिया.

पुलिस ने स्वीकारी अपनी चुक?

समाचार एजेंसी पीटीआई ने गोयल से मुलाकात करने वाले 22 जूनियर डॉक्टरों में से एक के हवाले से कहा, "सीपी ने स्वीकार किया कि पुलिस की ओर से चूक हुई. जिसके कारण 9 अगस्त को यह जघन्य घटना हुई."

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'जारी रहेगा हमारा विरोध'

एक अन्य डॉक्टर ने कहा, "हमने सीपी से कहा है कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि हम उस दिन उनके स्टैंड से खुश नहीं है. उन्होंने अपनी भूमिका संतोषजनक ढंग से निभाई और उनके कार्यकाल पर फैसला करना राज्य के अधिकारियों पर निर्भर है." उन्होंने कहा कि उनका विरोध जारी रहेगा. उन्होंने कहा, "4 सितंबर को दिवंगत डॉक्टर की याद में राज्य भर के हर घर में एक घंटे के लिए लाइटें बंद कर दी जाएंगी."

आपको बता दें कि 9 अगस्त को सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार कक्ष में एक ऑन-ड्यूटी पोस्ट-ग्रेजुएट प्रशिक्षु का शव मिला था, जिसके साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. जूनियर डॉक्टर उस दिन से घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सीबीआई ने इस मामले में कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और मुख्य आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया है. वहीं, ममता बनर्जी सरकार ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में पश्चिम बंगाल एंटी रेप बिल विधेयक पेश किया था. विधेयक को पारित कानून बनाने की मंजूरी के लिए राज्यपाल के पास भेज दिया गया है. 

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