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पश्चिम बंगाल: कौन हैं विनीत गोयल, जिन्हें ममता सरकार ने किया बर्खास्त? RG Kar मामले में लगा था आरोप

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल और उपायुक्त (उत्तर) को हटाने का ऐलान किया है. दोनों अधिकारियों पर रेप-मर्डर केस की पीड़िता ट्रेनी डॉक्टर के परिवार ने रिश्वतखोरी के आरोप लगाया था.

विनीत कुमार गोयल (फोटो:X/CPKolkata) विनीत कुमार गोयल (फोटो:X/CPKolkata)
अनुपम मिश्रा/सूर्याग्नि रॉय
  • कोलकाता,
  • 17 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 2:56 PM IST

पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने सोमवार को ऐलान किया कि कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत कुमार गोयल को उनके पद से हटा दिया जाएगा. उन्होंने कोलकाता आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या का विरोध करने वाले डॉक्टरों के साथ 6 घंटे तक चली बैठक के बाद यह फैसला लिया. मुख्यमंत्री ने कहा, "कोलकाता पुलिस के उपायुक्त (उत्तर) को भी हटाया जाएगा, जिनके खिलाफ पीड़ित परिवार ने रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है."

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कौन हैं विनीत कुमार गोयल?

दिसंबर 2021 में विनीत गोयल कोलकाता के पुलिस कमिश्नर बने और इस पद पर पहले से काम करने वाले सौमेन मित्रा की जगह ली. 1994 बैच के IPS अधिकारी विनीत कुमार गोयल का एजुकेशन बैकग्राउंड काफी अच्छा है. वे IIT खड़गपुर और IIT कानपुर जैसे जाने-माने संस्थानों में पढ़ाई कर चुके हैं. विनीत गोयल के पास तकनीकी विशेषज्ञता और रणनीतिक कौशल है.

गोयल को पुलिस कम्युनिटी में उनके अच्छे खासे अनुभव के लिए अलग पहचान मिली है. उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का करीबी माना जाता है. कानून प्रवर्तन (Law Enforcement) में विनीत गोयल का करियर भी प्रतिष्ठित है, उन्होंने कोलकाता पुलिस में कई अहम पदों पर काम किया है.

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गोयल के पोर्टफोलियो में पूर्वी उपनगरीय डिवीजन, स्पेशल ब्रांच और हेडक्वार्टर में डिप्टी पुलिस कमिश्नर के रूप में कार्य करना भी शामिल है. इसके अलावा, उन्होंने स्पेशल टास्क फोर्स और ट्रैफिक डिवीजन्स में ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर जैसे अहम पदों पर काम किया है. विनीत गोयल को दो बार वीरता के लिए पुलिस पदक भी मिल चुका है. उन्हें सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक और उत्कृष्ट सेवा के लिए मुख्यमंत्री पदक मिल चुका है.

2013 रेप केस में मिली थी ये जिम्मेदारी

विनीत गोयल को 2013 के कुख्यात कामदुनी रेप केस की देखरेख करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, उस वक्त वो आईजी सीआईडी के पद पर कार्यरत थे. पिछले दिनों कलकत्ता हाई कोर्ट में आरजी कर हॉस्पिटल मामले की सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील फिरोज एडुल्जी ने 2013 के रेप मामले का जिक्र किया था.

यह भी पढ़ें: कोलकाता रेप-मर्डर केस: सीपी को हटाकर 'आयरन लेडी' ममता बनर्जी ने क्या सारे दाग धो लिए हैं?

क्या है कामदुनी रेप केस?

साल 2013 में राजारहाट शहर के डेरोजियो कॉलेज (Derozio College) की द्वितीय वर्ष की बीए छात्रा को कामदुनी स्थित अपने घर जाते वक्त अगवा कर लिया गया था. उसके साथ गैंग रेप किया गया और हत्या कर दी गई. इसके बाद शव को खेत में फेंक दिया गया. पिछले अक्टूबर में कलकत्ता हाई कोर्ट ने दो दोषियों की मिली मौत की सजा कम कर दी थी. एक अन्य व्यक्ति इस मामले में दोषी पाया गया था और निचली अदालत ने उसके खिलाफ मौत की सजा सुनाई थी, उसे भी सभी आरोपों से बरी कर दिया गया.

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बंगाल पुलिस STF के चीफ भी रह चुके हैं विनती गोयल

विनीत गोयल उस वक्त पश्चिम बंगाल पुलिस एसटीएफ के चीफ भी थे, जब पंजाब पुलिस के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन में एसटीएफ ने पंजाब के दो गैंगस्टरों को मार गिराया था. इसमें मोस्ट वांटेड ड्रग तस्कर जयपाल सिंह भुल्लर भी शामिल था, जो 2021 में लुधियाना के जगरांव में एक आवासीय परिसर में गोलीबारी का दोषी था. इस वारदात के दौरान जयपाल सिंह भुल्लर ने दो पुलिसकर्मियों की हत्या की और 15 मई से फरार था.

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