चीन भले ही ताइवान के आसपास कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल DF-15 से हमला कर रहा हो. लेकिन ताइवान भी कम नहीं. उसके पास भी हवाई सुरक्षा के लिए कई हथियार हैं. जिसमें हॉवित्जर तोप, एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलें, सरफेस टू एयर मिसाइलें शामिल हैं. आज हम आपको इन शानदार हथियारों के बारे में बताएंगे जो चीन के हमले का मुंहतोड़ जवाब दे सकते हैं. (फोटोः रॉयटर्स)
M109 पैलेडिन हॉवित्जर (M109 Paladin Self Propelled Howitzer): यह अमेरिका में निर्मित 155 मिलिमीटर की सेल्फ प्रोपेल्ड हॉवित्जर तोप है. इसकी लंबाई 30 फीट है. इसे चलाने के लिए चार लोगों की जरुरत होती है. इसमें 155 मिमी का गोला लगता है. यह तोप हर मिनट चार गोले दाग सकता है. इसकी रेंज 21 से 40 किलोमीटर तक है. इसके ऊपर M2 मशीन गन लगी है. एक बार में 350 किलोमीटर तक यह टैंक जा सकता है. इस टैंक में 36 से 39 गोले स्टोर किए जा सकते हैं. (फोटोः AFP)
स्टिंगर मिसाइल (Stinger Missile): स्टिंगर मिसाइल (Stinger Missile) एक मैन-पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPADS) है. यह इंफ्रारेड होमिंग सरफेस-टू-एयर मिसाइल (SAM) है. इससे आप हेलिकॉप्टर, फाइटर जेट, टैंक या किसी भी तरह के बख्तरबंद वाहन को उड़ा सकते हैं. इसके इस समय 13 वैरिएंट्स मौजूद है. इनसे रात के अंधेरे में भी हमला किया जा सकता है. इसका RMP वर्जन दुनिया की सबसे सटीक MANPADS हथियार है. इसकी सफलता का दर 90 फीसदी से ज्यादा रहा है. मिसाइल सुपरसोनिक गति से टारगेट पर हमला करती है. इसके अलावा टैंक पर लगाकर दागा जा सकता है. इसे M6 Linebacker कहते हैं. इसे मल्टी-मिशन लॉन्चर (MML) से दागा जा सकता है. इसे यूरोकॉप्टर और अपाचे (Apache) हेलिकॉप्टर से लॉन्च किया जा सकता है. इसे MQ-1 Predator ड्रोन से लगाकर दुश्मन पर टारगेट किया जा सकता है. (फोटोः गेटी)
M142 हिमार्स आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम (M142 HIMARS): यह एक लाइट मल्टिपल रॉकेट लॉन्चर हैं. जो 2010 से लगातार अलग-अलग युद्धों में उपयोग किया जा चुका है. इसकी लंबाई 23 फीट होती है. इसे चलाने के लिए तीन लोगों की जरुरत है. इसके रेंज 2 किलोमीटर से लेकर 300 किलोमीटर तक हैं. इसमें 227 मिलिमीटर के 6 रॉकेट्स का सेट होता है. हिमार्स लॉन्चर को 85 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से 480 किलोमीटर की रेंज तक ले जाया जा सकता है.
रिम-7 सी स्पैरो (RIM-7 Sea Sparrow): यह एक शिप बॉर्न शॉर्ट रेंज एंटी एयरक्राफ्ट और एंटी-मिसाइल वेपन सिस्टम है. यानी जंगी जहाज से दुश्मन के प्लेन, जंगीपोत या फिर मिसाइल को ध्वस्त कर सकता है. इसका वजन 230 किलोग्राम होता है. 12 फीट लंबे मिसाइल में एन्यूलर ब्लास्ट फ्रैगमेंटेशन वॉरहेड लगाया जाता है. जिसका जवन 41 किलोग्राम होता है. इसकी ऑपरेशनल रेंज 19 किलोमीटर है. अधिकतम गति 4256 किलोमीटर प्रतिघंटा है. यानी दुश्मन को बचने का मौका नहीं मिलता.
एम1 अबराम टैंक्स (M1 Abrams Tanks): एम1 अबराम टैंक्स अमेरिका के तीसरे जेनरेशन के तोप हैं. जिन्हें ताइवान लेने की तैयारी में है. इन तोपों ने खाड़ी युद्ध, अफगानिस्तान युद्ध, इराक युद्ध, यमन आदि में अपना लोहा मनाया है. जिस तरह कई देशों ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान यूक्रेन की मदद की थी. इस टैंक के जरिए ताइवान की मदद अमेरिका भी कर सकता है. इस टैंक में चार क्रू रहते हैं. इसमें 120 मिलिमीटर का गोला लगता है. इसके अलावा .50 कैलिबर की एक हैवी मशीन गन होती है. जो 900 राउंड प्रतिमिनट फायर करती है. इसके अलावा 2x7.62 मिलिमीटर की M240 मशीन गन होती हैं. जो एक मिनट में 10,400 राउंड फायर कर सकती हैं. यह तोप अधिकतम 67 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल सकता है. इस टैंक में 42 गोले रखे जा सकते हैं. (फोटोः AFP)
MIM-72 चपारल (MIM-72 Chaparral): यह एक अमेरिकी सेल्फ प्रोपेल्ड सरफेस टू एयर मिसाइल हैं. यानी इसके राडार ने जैसे ही दुश्मन के विमान को देखा यह खुद ही उसका टारगेट फिक्स करके उड़ जाएगी. अब तक इसके 10 वैरिएंट बनाए जा चुके हैं. जो जमीन और जंगी जहाज से चलाए जाते हैं. इनकी लंबाई 9.6 फीट होती है. वजन करीब 86 किलोग्राम होता है. ये अधिकतम 1789 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हमला करते हैं. मिनिमम रेंज 590 फीट और अधिकतम रेंज 5 किलोमीटर है. अधिकतम 10 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकती हैं.
स्काई स्वॉर्ड 2 (Sky Sword-II): ताइवान की मीडियम रेंज राडार गाइडेड हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल. ताइवान के पास यह 1990 से है. इसका वजन 184 किलोग्राम होता है. इसकी ऑपरेशनल रेंज 100 किलोमीटर है. इसकी गति इसे बहुत घातक बनाती है. यह 7408 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दुश्मन की ओर बढ़ती है. यानी राडार या दुश्मन को तैयारी का मौका ही नहीं मिलता. इस मिसाइल के चार वैरिएंट्स मौजूद हैं. यह भारत के ब्रह्मोस मिसाइल की तरह ही है. इसे फाइटर जेट, जंगी जहाज या फिर जमीन से भी लॉन्च किया जा सकता है. (फोटोः रॉयटर्स)
एम-9 साइडविंडर (AIM-9 Sidewinder): यह एक शॉर्ट रेंज की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है. 1953 से लगातार अमेरिका इसे बना रहा है. 85.3 किलोग्राम वजन वाली यह मिसाइल 9.11 फीट लंबी होती है. इसमें एन्यूलर ब्लास्ट फ्रैगमेंटेशन वॉरहेड लगाया जाता है. जिसका वजन 9.4 किलोग्राम होता है. यह 3087 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से दुश्मन की ओर बढ़ती है. (फोटोः विकिपीडिया)
स्काई बो 3 (Sky Bow III): ताइवान की जमीन से हवा में मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल. इसे तियेन कुंग के नाम से भी बुलाते हैं. इसका लक्ष्य होता है हिट टू किल. वजन 870 किलोग्राम होता है. लंबाई 5.49 मीटर होता है. खतरनाक बात है इसकी गति. यह 8348.8 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती है. यानी दुश्मन के पास समय नहीं होता कि वो बचने की तैयारी भी कर सके. इसकी रेंज 200 किलोमीटर है. जब रेंज कम और स्पीड ज्यादा हो तो दुश्मन के पास मरने के सिवाय कोई चारा नहीं बचता.