भारत में कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच चीन ने एक बार फिर मदद की पेशकश की है. चीन ने सोमवार को भारत में कोरोना महामारी के गंभीर हालात को लेकर चिंता जताई और कहा कि वह मदद करने के लिए तैयार है.
चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने ट्वीट किया, "भारत में गंभीर हालात को लेकर हम चिंतित हैं. भारत अगर हमें अपनी जरूरतें बताता है तो हम मदद करने के लिए तैयार हैं."
पिछले कुछ दिनों से भारत में कोरोना संक्रमण के तीन लाख से भी ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. भारत में कोरोना महामारी से हालात इतने भयावह हो चुके हैं कि अस्पतालों में कोविड मरीजों को बेड तक नहीं मिल रहे हैं. अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से कई मरीज दम तोड़ दे रहे हैं. अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए भी लोगों को इंतजार करना पड़ रहा है.
भारत में कोरोना संकट को देखते हुए अमेरिका, सऊदी अरब, जर्मनी समेत कई देश मदद के लिए आगे आए हैं. भारत में चीन के राजदूत सन वेइडोंग ने भी भारत का साथ देने की बात कही है. उन्होंने ट्वीट किया, कोरोना के खिलाफ लड़ाई में चीन भारत का मजबूती से समर्थन करता है. हम भारत को जरूरी मेडिकल आपूर्ति पहुंचाने में सहयोग करने के लिए चीनी कंपनियों को प्रोत्साहित करेंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की सिचुआन एयरलाइन्स ने कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत जाने वाली कार्गो फ्लाइट्स 15 दिनों के लिए रद्द कर दी है. इन फ्लाइट्स के जरिए भारत की निजी कंपनियां चीन से ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर समेत कई जरूरी मेडिकल डिवाइस मंगाती हैं. लेकिन फ्लाइट्स के रद्द होने से भारत में चीन से मेडिकल उत्पादों की आपूर्ति पर भी असर पड़ेगा.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन से जब इसे लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, भारत की निजी कंपनियों की तरफ से मेडिकल उत्पादों का आयात सामान्य कारोबारी सौदों के तहत है. अगर भारत मेडिकल उत्पादों की आपूर्ति के लिए अलग से अनुरोध करता है तो हम मदद के लिए तैयार हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन के मेडिकल सप्लायरों को भारत से लगातार ऑर्डर मिल रहे हैं. चीन की नामी मेडिकल कंपनी जियांगसु युवे मेडिकल एक्विपमेंट ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में उसे भारत की तरफ से ऑक्सीजन मशीन के 18,000 ऑर्डर मिले हैं. इन ऑर्डरों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.
चीन ने इससे पहले गुरुवार को भी कोरोना से निपटने में भारत की मदद करने की बात कही थी. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा था, 'चीन ने गौर किया है कि भारत में कोरोना की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है और वहां इस जानलेवा वायरस से निपटने के लिए चिकित्सकीय संसाधनों की स्थायी किल्लत महसूस की जा रही है. हम भारत को हर जरूरी मदद मुहैया कराने के लिए तैयार हैं ताकि वो महामारी पर काबू पा सके.'
चीनी मीडिया में भी भारत के कोरोना संकट पर कवरेज हो रही है. चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपने एक लेख में कहा है कि भारत को अपनी रणनीतिक महत्वाकांक्षा को छोड़कर अपने लोगों की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए. इसके साथ ही, अखबार ने अमेरिका की तरफ से देरी से आई मदद को लेकर भी कटाक्ष किया और कहा कि भारत को एहसास हो जाना चाहिए कि अमेरिका सिर्फ उसका इस्तेमाल कर रहा है.